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गांधी व शास्त्री के त्याग व बलिदान ने उन्हें महापुरूष बनायाः कुलपति प्रतिभा गोयल

 


अयोध्या, 2 अक्टूबर (हि.स.)। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व देश के पूर्व प्रधानमंत्री पं. लाल बहादुर शास़्त्री की जयंती मनाई गई। सर्वप्रथम विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल व कुलसचिव डाॅ0 अंजनी कुमार मिश्र ने गांधी व लाल बहादुर शास़्त्री के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित किए। इसके उपरांत कुलपति ने सभी को स्वच्छता की शपथ दिलाई।

इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि आज के ही दिन महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री का जन्म हुआ। ये ऐसे व्यक्तित्व के धनी थे जिनके योगदान को देश भुला नहीं सकता है। कुलपति ने कहा कि आत्मा से परमात्मा होने की डगर बहुत कठिन होती है। गांधी के देश के लिए किए सघर्ष ने ही उन्हें आत्मा से महात्मा बनाया। गांधी जी 1920 के आसपास भारत और असहयोग आंदोलन चलाया। उनका रास्ता अहिंसक था।

उन्होंने कामगारों को भी सघर्ष में शामिल कर स्वतंत्रता से जोड़ दिया। क्योंकि यह सघर्ष उनके अकेले से संभव नही था। क्योंकि उनका कहना था कि हिंसात्मक तरीके से प्राप्त अधिकार आपके मूवमेंट को असफल कर सकते है। गांधी जी ने अहिंसा के मार्ग को अपनाते हुए अधिकारों को प्राप्त करने की लड़ाई लड़ी और देश को अंग्रेजो से आजादी दिलाई।

कार्यक्रम में कला एवं मानविकी संकायाध्यक्ष प्रो0 आशुतोष सिन्हा ने कहा कि गांधी जी व पं0 शास्त्री के सिद्धांत युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। उनके बताये मार्ग पर चलने की आवश्यकता है। तभी दोनों महान सपूतों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कर्मचारी संघ के पूर्व अध्यक्ष डाॅ0 राजेश सिंह ने भी दोनों महान विभूतियों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम के दौरान कुलपति, शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों व छात्राओं द्वारा बापू के भजन गुनगुनाएं गए। जिसमें रघु पति राघव राजा राम.......एवं वैष्णव जन तेने कहिए भजन से श्रोता मंत्रमुग्ध हुए। कार्यक्रम का संचालन प्रो0 नीलम पाठक ने किया। इस अवसर पर उप कुलसचिव डाॅ0 रीमा श्रीवास्तव, दिनेश मौर्या, मोहम्मद सहील सहित विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय