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Bihar Elections 2025: RJD के गढ़ में BJP का बड़ा दांव, सतीश यादव को उतारा

BJP has made a significant move in the Bihar Elections 2025 by announcing its third candidate list, featuring Satish Yadav for the Raghopur seat, traditionally held by RJD's Tejashwi Yadav. This election is not just a political contest but a battle of prestige, as both parties gear up for a fierce competition. With BJP's strategic placement of candidates, the dynamics of this election are set to be intriguing. Will Tejashwi maintain his stronghold, or will BJP's new strategy turn the tide? Read on to explore the unfolding political drama.
 

BJP की तीसरी उम्मीदवार सूची का ऐलान


BJP की तीसरी सूची: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपनी तीसरी सूची जारी की है, जिसमें 18 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। इस सूची में सबसे प्रमुख नाम सतीश यादव का है, जिन्हें राघोपुर सीट से चुनावी मैदान में उतारा गया है। यह वही सीट है, जहां राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव लगातार जीतते आ रहे हैं। इस प्रकार, यह मुकाबला केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि प्रतिष्ठा की लड़ाई भी बन गया है।


तेजस्वी यादव की पारंपरिक सीट पर भाजपा की चुनौती

सीधी चुनौती:
राघोपुर विधानसभा सीट बिहार की प्रमुख सीटों में से एक मानी जाती है। तेजस्वी यादव 2015 से इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और उनकी पकड़ यहां मजबूत मानी जाती है। भाजपा ने सतीश यादव को उतारकर यह स्पष्ट कर दिया है कि वह तेजस्वी यादव को उनके गढ़ में चुनौती देने के लिए तैयार है। सतीश यादव को स्थानीय प्रभावशाली नेता माना जाता है, और भाजपा को उनसे क्षेत्र में मजबूत समर्थन की उम्मीद है।


भाजपा ने सभी 101 उम्मीदवारों की घोषणा की

भाजपा की योजना:
इस सूची के साथ भाजपा ने अपने कोटे की सभी 101 सीटों के उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। एनडीए के भीतर सीटों का बंटवारा पहले ही तय हो चुका था, जिसमें भाजपा, जदयू और अन्य घटक दलों के बीच समन्वय बना था। भाजपा की यह तीसरी सूची इस बात का संकेत है कि पार्टी अपने सभी मोर्चों को जल्द से जल्द स्पष्ट करना चाहती है ताकि प्रचार में पूरी ताकत झोंकी जा सके।


राघोपुर में चुनावी जंग का रोमांच

दिलचस्प मुकाबला:
तेजस्वी यादव जहां अपने सामाजिक आधार और युवा नेतृत्व की छवि पर दांव लगा रहे हैं, वहीं भाजपा ने सतीश यादव को उतारकर क्षेत्रीय समीकरणों को साधने की कोशिश की है। राघोपुर की जनता के लिए यह चुनाव केवल दो दलों की लड़ाई नहीं, बल्कि दो राजनीतिक विचारधाराओं की टक्कर भी बन गया है।


RJD की रणनीति पर नजर

BJP का बड़ा दांव:
इस दांव के बाद अब सभी की निगाहें RJD की रणनीति पर टिकी हैं। क्या तेजस्वी यादव इस सीट पर अपनी पकड़ बनाए रख पाएंगे, या भाजपा की नई रणनीति सफल होगी, यह आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा। फिलहाल, दोनों पार्टियां इस सीट को लेकर कोई कोताही नहीं बरतना चाहेंगी, क्योंकि यह सीट पूरे राज्य में संदेश देने वाली मानी जाती है।