बेतिया में आवारा पशुओं की चहल कदमी से बढ़ा आतंक
बेतिया, 30 नवंबर (हि.स.)। बेतिया नगर निगम क्षेत्र में आवारा कुत्तों,सूअरों,गाय, बैल,भैंस,बकरी,घोड़ा के इधर-उधर विचरण करने से बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। विशेष कर कुत्तों का आतंक प्रतिदिन तेजी से बढ़ते जा रहा है,जहां राहगीरों को कुत्ते अपना शिकार बना रहे हैं। इसकेअलावा बाईक चालकों, गाड़ी चालकों कोअपना संतुलन बिगड़ने से घटना दुर्घटना होने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं,जिससे शहर मेंअनेकों प्रकार के घटनाएं प्रतिदिन हो रही हैं।
शहर के व्यस्ततम बाजार, मीना बाजार के चारों तरफ आवारा जानवर घूम रहे हैं, जिनमें गाय,बैल,भैंस,बकरी एवं अन्य जानवर घूमते-फिरते नजर आ रहे हैं,जिससे दुकानदरों के दुकान में रखे सामानों में मुंह लगा दे रहे हैं,जिससे सामान की बर्बादी भी कर रहे हैं,खासकर सब्जी बाजार मेंअधिक देखने को मिल रही है,इन दिनों बेतिया अस्पताल में कुत्ते का काटे हुए लोगो की लंबी कतार,कुत्ते का इंजेक्शन लेने के लिएअपार भीड़ जमा हो जा रही है,बड़ी मुश्किल से इंजेक्शन मिल रहा है।सड़कों पर घूम रहे कई पागल कुत्ते स्कूली बच्चे, बच्चियों,बूढ़े,महिला,राहगीरों को अपना शिकार बना ले रहे हैं,ऐसे में प्रशासन को उन कुत्तों को पड़कर वन विभाग के हवाले करना चाहिए।
नगर के सुप्रिया रोड,लिबर्टी सिनेमा कालीबाग,द्वारादेवी चौक, नाजनीन चौक,हॉस्पिटल रोड, बुलाकी सिंह चौक,बसवरिया, क्रिश्चियन क्वार्टर,छावनी, आदि अन्य जगहों पर सैकड़ों कुत्ते व अन्य जानवर लावारिस की तरह सड़कों पर घूम रहे है,जिससे चलते हुए राही कोअपना शिकार बना ले रहे हैं।इतना ही नहीं,रात के समय कुत्ते झुंड बनाकर सड़क पर दौड़ते रहते हैं, आने-जाने वाले लोगों को दौड़कर काटते रहते हैं।
नगर निगम प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए, इस तरह आवारा घूम रहे जानवरों, विशेष कर कुत्तों और पागल कुत्तों को पकड़ कर सुदूर गांव में छोड़ देना चाहिए,इससे आमजनों को बचाने के लिए कोई अन्य उपाय भी करना होगा,ताकि आमजन इनका शिकार नहीं बन सकें।
हिन्दुस्थान समाचार / अमानुल हक