×

तेज प्रताप यादव का बिजली बिल बकाया: तीन साल से नहीं हुआ भुगतान

बिहार की राजनीति में एक नया विवाद उभरा है, जिसमें तेज प्रताप यादव का बिजली बिल बकाया चर्चा का विषय बना हुआ है। पिछले तीन वर्षों से उनके निवास पर बिजली बिल का भुगतान नहीं हुआ है, जिससे बकाया राशि तीन लाख छप्पन हजार रुपये तक पहुंच गई है। विभाग के नियमों के अनुसार, इतनी बड़ी राशि पर कनेक्शन काटा जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जानें इस मामले में विभाग की कार्रवाई और इसके पीछे के कारण।
 

बिजली बिल का मामला बिहार की राजनीति में गरमाया


बिहार की राजनीतिक हलचल एक बार फिर तेज हो गई है, और इस बार चर्चा का केंद्र बिजली बिल है। राजद के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेज प्रताप यादव के खिलाफ बिजली विभाग का एक गंभीर मामला सामने आया है। पटना के बेऊर में उनके निवास पर पिछले तीन वर्षों से बिजली बिल का भुगतान नहीं हुआ है, और अब बकाया राशि तीन लाख छप्पन हजार रुपये से अधिक हो गई है।


बकाया राशि और विभाग की कार्रवाई

यह स्थिति और भी चिंताजनक है क्योंकि विभाग के नियम स्पष्ट रूप से कहते हैं कि यदि बकाया राशि पच्चीस हजार रुपये से अधिक हो जाए, तो उपभोक्ता को नोटिस देकर कनेक्शन काट दिया जाना चाहिए। लेकिन तेज प्रताप यादव के मामले में ऐसा कुछ नहीं हुआ है, और उनका कनेक्शन पिछले तीन वर्षों से चालू है।


बिजली बिल का इतिहास

बिजली विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार, तेज प्रताप यादव के निवास पर आखिरी बार जुलाई 2022 में बिल का भुगतान किया गया था। उसके बाद से हर महीने का बिल बढ़ता गया, और चक्रवृद्धि ब्याज के कारण कुल राशि तीन लाख छप्पन हजार रुपये तक पहुंच गई है। यह कनेक्शन 2018 से सक्रिय है और घरेलू श्रेणी में दर्ज है। उनके घर की औसत मासिक खपत लगभग पांच सौ यूनिट है, जो उनकी जीवनशैली के अनुसार सामान्य मानी जाती है।


वीआईपी कनेक्शन के नियम

आम उपभोक्ताओं के लिए, पच्चीस हजार रुपये से अधिक बकाया होने पर सात दिन का नोटिस दिया जाता है, और भुगतान न होने पर कनेक्शन काट दिया जाता है। हर साल लाखों लोग इस नियम के तहत कार्रवाई का सामना करते हैं। लेकिन तेज प्रताप यादव के मामले में विभाग अब तक चुप रहा है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, वीआईपी मामलों में फाइलों की प्रक्रिया में देरी होती है। हालांकि, अब विभाग कार्रवाई के पक्ष में है।


बिजली वसूली अभियान की चुनौतियाँ

बिहार में बिजली विभाग के बकाया की स्थिति पहले से ही गंभीर है, और वर्ष 2025 तक पांच हजार करोड़ रुपये से अधिक का बकाया लंबित है। तेज प्रताप यादव के मामले में तीन वर्षों से बिल न जमा होना विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है। विभाग ने अब नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। तेज प्रताप को अगले पंद्रह दिनों में पूरा बकाया चुकाने या किस्तों में भुगतान का विकल्प दिया जाएगा। यदि भुगतान नहीं किया गया, तो कनेक्शन काटने की कार्रवाई की जाएगी।