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राजस्थान विधानसभा में गतिरोध बरकरार, निलंबित विधायकों की बहाली पर अनिश्चितता

 


जयपुर, 24 फरवरी (हि.स.)। राजस्थान विधानसभा में सरकार और विपक्ष के बीच बीते चार दिनों से जारी गतिरोध बरकरार है, निलंबित कांग्रेस विधायकों की बहाली को लेकर विवाद एक बार फिर गहरा गया है। निलंबित किए गए सभी छह कांग्रेस विधायक अब भी सदन से बाहर हैं, जबकि कांग्रेस विधायकों की नारेबाजी के बीच बजट पर चर्चा प्रारंभ हो गई है।

इससे पूर्व, सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध समाप्त होने की सहमति बन चुकी थी, और निलंबित विधायकों की बहाली का रास्ता भी लगभग साफ हो गया था। हालांकि इसके पश्चात माफी मांगने के मुद्दे पर मतभेद उभर आए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने घटनाक्रम पर खेद तो व्यक्त किया, किंतु व्यक्तिगत रूप से माफी मांगने से इंकार कर दिया। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने उनसे आग्रह किया कि वे सदन की गरिमा को बनाए रखते हुए अपनी टेबल तक पहुंचने की घटना पर खेद जताएं। किंतु, डोटासरा ने पहले मंत्री से माफी मंगवाने की शर्त रख दी, जिससे स्थिति पुनः जटिल हो गई।

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सदन में जो कुछ भी हुआ, वह नहीं होना चाहिए था। उन्होंने पक्ष और विपक्ष से अपील की कि वे एकजुट होकर राजस्थान के विकास पर चर्चा करें। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर की गई टिप्पणी के कारण उत्पन्न गतिरोध अब समाप्त किया जाना चाहिए। संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया कि वे इस गतिरोध को समाप्त करने में पहल करें। वहीं गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि गतिरोध को समाप्त करने के लिए अध्यक्ष ने व्यापक उदारता का परिचय दिया है।

गौरतलब है कि 21 फरवरी को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत की एक टिप्पणी के विरोध में कांग्रेस विधायकों ने वेल में आकर प्रदर्शन किया था। अविनाश गहलोत ने अपने उत्तर में कहा था कि वर्ष 2023-24 में एक योजना का नाम पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर रखा गया था।

इस टिप्पणी को लेकर कांग्रेस विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताई और विरोध प्रदर्शन किया। संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा था कि ‘दादी’ शब्द सम्मानसूचक है, किंतु उनके बयान के दौरान ही हंगामा और बढ़ गया। कांग्रेस विधायक इस दौरान स्पीकर की टेबल तक पहुंच गए, जिसके कारण सदन की कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित करना पड़ा। इस मुद्दे पर जारी गतिरोध के कारण सदन की कार्यवाही चार बार स्थगित करनी पड़ी।

बाद में मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने कांग्रेस विधायकों के निलंबन का प्रस्ताव सदन में रखा, जिसे स्पीकर वासुदेव देवनानी ने स्वीकार कर लिया। इसके तहत गोविंद सिंह डोटासरा, उप नेता प्रतिपक्ष रामकेश मीणा, अमीन कागजी, जाकिर हुसैन गैसावत, हाकम अली खान और संजय कुमार को बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया।

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित