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दून विश्वविद्यालय ने दो महत्वपूर्ण समझौतों पर किए हस्ताक्षर

 


-शैक्षणिक और वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देने की दिशा में कदम

देहरादून, 24 फरवरी (हि.स.)। दून विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक और अनुसंधान क्षमताओं को बढ़ाने के उद्देश्य से उत्तराखंड अमेरिका के प्रतिष्ठित ऑकलैंड विश्वविद्यालय और उत्तरांचल ग्रामीण बैंक के साथ दो महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। इन समझौतों का उद्देश्य छात्रों को बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना, वैश्विक शिक्षा और शोध के अवसर उपलब्ध कराना और वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देना है।

दून विश्वविद्यालय ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा और शोध को बढ़ावा देने के उद्देश्य से समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते से छात्रों और फैकल्टी को वैश्विक स्तर पर अध्ययन और शोध के अवसर प्राप्त होंगे। इस समझौते में दून विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव दुर्गेश डिमरी और प्रोफेसर राजीव सिंघल ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस मौके पर दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल, स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के विभागाध्यक्ष प्रो. गजेन्द्र सिंह, ऑकलैंड विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि प्रो. राजीव सिंघल और उत्तराखंड ग्रामीण बैंक के अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

समझौते के तहत, छात्र और फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम को बढ़ावा दिया जाएगा। दोनों विश्वविद्यालय मिलकर अधिकतम 20 छात्रों और 10 फैकल्टी सदस्यों के आदान-प्रदान की योजना बनाएंगे, जिससे छात्रों को अमेरिका में अध्ययन और शोध कार्यों में भाग लेने का अवसर मिलेगा। इसके अतिरिक्त, संयुक्त अकादमिक कार्यक्रम भी शुरू किए जाएंगे, जिनमें क्रेडिट ट्रांसफर मोड के तहत छात्र कोर्स का एक भाग दून विश्वविद्यालय में और दूसरा भाग ऑकलैंड विश्वविद्यालय में पूरा कर सकेंगे। इससे छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उच्च शिक्षा प्राप्त करने और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार होने ने का अवसर मिलेगा। इस समझौते के अंतर्गत संयुक्त शोध परियोजनाएं और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।

उत्तराखंड ग्रामीण बैंक के साथ समझौताः

बैंकिंग और वित्तीय साक्षरता के उद्देश्य से किया गया है। छात्रों को उत्तराखंड ग्रामीण बैंक में इंटर्नशिप के अवसर मिलेंगे, जहां वे बैंकिंग संचालन, ग्रामीण बैंकिंग और वित्तीय समावेशन की व्यावहारिक जानकारी प्राप्त करेंगे। यह इंटर्नशिप छात्रों को बैंकिंग नीतियों, ऋण प्रक्रिया, डिजिटल बैंकिंग और ग्राहक सेवा में आवश्यक अनुभव प्रदान करेगी, जिससे वे अपने करियर की शुरुआत मजबूत आधार के साथ कर सकें।

विश्वविद्यालय प्रशासन की प्रतिक्रिया और भविष्य की संभावनाएं

इस समझौते को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि यह साझेदारी छात्रों के लिए वैश्विक शिक्षा और बैंकिंग क्षेत्र में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल ने इसे दून विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए एक अभूतपूर्व अवसर बताया, जो उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा और अनुसंधान में नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में मदद करेगा। वहीं, स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के प्रमुख प्रो. गजेन्द्र सिंह का मानना है कि विश्वविद्यालय छात्रों को व्यावहारिक शिक्षा और उद्योग से जोड़ने के प्रयासों में निरंतर अग्रसर है।

समाज में सकारात्मक बदलाव की ओर कदम

इन समझौतों से न केवल विश्वविद्यालय के छात्रों को शैक्षणिक और वित्तीय लाभ मिलेगा, बल्कि यह उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय साक्षरता को भी बढ़ावा देगा। इन सहयोगों से छात्रों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्राप्त होंगे। दून विश्वविद्यालय की यह पहल उच्च शिक्षा और बैंकिंग सेवाओं में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी, जो आने वाले वर्षों में छात्रों और समाज के लिए व्यापक सकारात्मक प्रभाव डालेगा।

हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pokhriyal