जूनागढ़ में भजन,भोजन और भक्ति का त्रिवेणी संगम, भवनाथ मंदिर में भक्तों की लगी भीड़
जूनागढ़/अहमदाबाद, 26 फरवरी (हि.स.)। जूनागढ़ भवनाथ मंदिर परिसर में बुधवार सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है। आज शाही यात्रा के बाद नागा साधु-संत रवेड़ी के लिए रवाना होंगे। उनके प्रस्थान के बाद शिवरात्रि मेले का समापन होगा।
जूनागढ़ के भवनाथ क्षेत्र में रात्रि में निकलने वाले शाही यात्रा में विभिन्न राज्यों के साथ-साथ देश-विदेश से नागा साधु, विभिन्न अखाड़ों के सन्यासी और महामंडलेश्वर शामिल होंगे। इसे देखने के लिए भक्त पहले से ही सड़कों पर कतार में खड़े हो जाएंगे।
जूनागढ़ में महाशिवरात्रि मेले का मुख्य आकर्षण संतों का यह यात्रा होती है।महाशिवरात्रि की रात्रि में साधु-संतों की रवेड़ी यात्रा धूमधाम से निकलेगा। जिसमें अखाड़े की मूर्ति को पालकी में रखा जाएगा। इसके बाद निर्धारित मार्ग से रवेड़ी यात्रा वापस भवनाथ मंदिर पहुंचेगी। जिसके बाद साधु-संत मृगी कुंड में स्नान करेंगे। इसके बाद भवनाथ महादेव की महाआरती की जाएगी और महाशिवरात्रि मेला का समापन होगा।
जूनागढ़ में भवनाथ की पर्वत तलेटी में चल रहे महाशिवरात्रि मेले में भजन, भोजन और भक्ति का त्रिविध संगम देखने काे मिल रहा है। मेले का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में लोग यहां एकत्र हुए हैं।
जूनागढ़ में सुबह से ही लोगाें का भवनाथ तलेटी की ओर जाने का सिलसिला शुरू हाे गया था और गिरनार रोड पर रात तक लोगों की आवाजाही जारी है। यहां कल ही बाइकाें के अलावा अन्य वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। भक्तगण गिरनार दरवाजे से पैदल ही तलेटी तक पहुंच रहे हैं। लोगों ने महादेव के दर्शन किए, फूड कोर्ट में प्रसाद ग्रहण किया तथा मेले का आनंद लिया।
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हिन्दुस्थान समाचार / हर्ष शाह