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कांगड़ा जिला के शक्तिपीठों में मिलेगी ई-कनेक्टिविटी सुविधा : उपायुक्त

 


धर्मशाला, 24 फ़रवरी (हि.स.)।

प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री चामुंडा माता मंदिर और श्री नंदीकेश्वर धाम (शिव मंदिर) में सोमवार को उपायुक्त हेमराज बैरवा ने विधिवत पूजा-अर्चना और पूर्णाहुति डालकर शिवरात्रि मेले का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर उनके साथ उनकी धर्मपत्नी भी उपस्थित रहीं। उपायुक्त ने जिलावासियों की सुख-समृद्धि एवं कल्याण की कामना करते हुए श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं।

उपायुक्त ने कहा कि कांगड़ा जिला के शक्तिपीठ हर वर्ष लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं। इन मंदिरों को ई-कनेक्ट करने के लिए महत्वपूर्ण पहल की है जिससे भक्तों को घर बैठे ही दर्शन की सुविधा सुनिश्चित होगी। उन्होेंने कहा कि मंदिरों, शक्तिपीठों में हवन, भंडारा और जागरण समारोहों के लिए आनलाइन बुकिंग की सुविधा प्रदान करने के लिए एक पायलट योजना आरंभ की है। इस डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से श्रद्धालु मंदिर के पुजारियों से भी जुड़ सकते हैं।

उन्होंने कहा कि तीर्थ यात्रियों के अनुभवों को और सुखद बनाने के लिए सरकार प्रमुख मंदिरों के सौंदर्यीकरण तथा बुनियादी ढांचे के विकास पर भी कार्य कर रही है। श्रद्धालुओं को मंदिरों में विश्राम के लिए भी बेहतर सुविधाओं पर विशेष बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह तीर्थ स्थान पर्यटन का केंद्र बिंदु हैं तथा इसी दृष्टि से मंदिरों को विकसित करने की योजना तैयार की जा रही है ताकि तीर्थाटन के साथ साथ स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिल सकें।

उन्होंने कहा कि चामुंडा मंदिर हिमाचल का एक प्रमुख शक्तिपीठ है तथा इसे सुनियोजित तरीके से विकसित किया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आए।

उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला के प्रमुख शक्ति पीठों के लिए आपदा प्रबंधन योजनाएं तैयार की जाएंगी ताकि नवरात्रों या अन्य अवसरों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हो सकें।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक प्रशासनिक व्यवस्था

शिवरात्रि मेले के दौरान प्रशासन द्वारा सुरक्षा और सुविधाओं की व्यापक व्यवस्था की गई है, ताकि श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के धार्मिक अनुष्ठान कर सकें। मेले में यातायात प्रबंधन, पेयजल एवं कानून-व्यवस्था की विशेष व्यवस्था की गई है।

हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया