सफलता के लिए ज्ञान ही नहीं, कौशल भी जरूरी : राजेश धर्माणी
धर्मशाला, 24 फ़रवरी (हि.स.)। नगर एवं ग्राम नियोजन (टीसीपी), आवास, तकनीकी शिक्षा, वोकेशनल एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी सोमवार को आरनी विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षांत समारोह में विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर स्थानीय विधायक मलेंद्र राजन भी उपस्थित रहे।
मंत्री राजेश धर्माणी ने समारोह में 54 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की, जिनमें 9 पीएचडी, 29 स्नातकोत्तर, 11 स्नातक और 5 डिप्लोमा धारक शामिल हैं। उन्होंने एमएससी बॉटनी की तमन्ना को गोल्ड मेडल भी प्रदान किया।
इस दौरान, मंत्री धर्माणी ने स्नातक छात्रों को उनकी सफलता पर बधाई दी और भविष्य में आगे बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा, यह दिन छात्रों के लिए विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह उनकी शिक्षा यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। अब आप वास्तविक जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं।
धर्माणी ने विद्यार्थियों से आत्मविश्वास बनाए रखने की अपील की और कहा कि जीवन की असल यात्रा अब शुरू हो रही है। उन्होंने कहा, केवल डिग्री सफलता की गारंटी नहीं है, सफलता के लिए निरंतर सीखना और अपने कौशल को अद्यतन करना जरूरी है। साथ ही, उन्होंने छात्रों को स्वामी विवेकानंद के प्रेरणादायक विचार उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए को अपनाने की सलाह दी।
उन्होंने विद्यार्थियों से 'विकसित भारत 2047' और 'आत्मनिर्भर हिमाचल 2027' की परिकल्पना को साकार करने के लिए अपना बहुमूल्य योगदान देने की अपील की।
हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया