72 डीएवी स्कूलों में विधिक साक्षरता क्लब शुरू
रांचीर, 23 फ़रवरी (हि.स.)।
झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से राज्य के सभी डीएवी स्कूलों में विधिक साक्षरता क्लब का वर्चुअल उद्घाटन रविवार को किया गया।
इस कार्यक्रम की शुरूआत हाई कोर्ट के न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद, और कार्यकारी अध्यक्ष, झालसा और न्यायाधीश प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, न्यायाधीश, झारखंड उच्च न्यायालय ने किया।
कार्यक्रम में झारखंड के सभी 72 डीएवी स्कूलों में विधिक साक्षरता क्लबों का वर्चुअल उद्घाटन किया गया। साथ ही राज्य स्तरीय चित्रकला एवं निबंध प्रतियोगिता के विजयी विद्यार्थियों एवं अन्य को सम्मानित किया गया ।
साथ ही झालसा के प्रोजेक्ट सुरक्षा का शुभारंभ किया गया, जो डायन प्रथा और जादू-टोने के शिकार महिलाओं एवं पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए प्रभावी पहल है।
कार्यक्रम में हाई कोर्ट के न्यायाधीश प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि विधिक साक्षरता को जगाने का काम हाई कोर्ट के न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद ने किया। उन्होंने कहा कि विधिक साक्षरता क्लब का उदेश्य वंचित बच्चों को एक मंच उपलब्ध कराना एवं उन्हें मुख्य धारा में लाना है। इस मंच के माध्यम से बच्चे अपने आसपास की समस्याओं को रख सकते हैं और उनका समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
मौके पर हाई काेर्ट के
न्याायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद ने कहा की स्कूलों में विधिक साक्षरता क्लब की स्थापना करना नालसा का उदेश्य है जिसे झालसा ने आगे बढ़ाया है और हमने न केवल एक या दो बल्कि, सभी डीएवी स्कूलों में इसकी स्थापना करने के बारे में सोचा। इसका मुख्य उदेश्य है सुदूर क्षेत्रों में भी विधिक साक्षरता क्लब की स्थापना करना। उन्होंने कहा की राज्य तब तक विकास नहीं कर सकता जब तक की सुदूर क्षेत्रों का विकास न हो। अगर लोगों को जागरूक नहीं किया जाएगा तो उन्हें सशक्त नहीं बनाया जा सकता है।
इस अवसर पर हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल, रजिस्ट्री के अन्य पदाधिकारी, डीएवी स्कूलों के सहायक क्षेत्रीय अधिकारी, डीएवी के प्रधानाचार्य, डालसा के पीएलवी और छात्र समेत अन्य मौजूद थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak