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इंदौर में क्रिसमस ट्री पर दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं का हमला

इंदौर में दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने क्रिसमस ट्री और सजावट को तोड़ने की घटना को अंजाम दिया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है। यह घटना स्थानीय लोगों में भय पैदा कर रही है और भारत की लोकतांत्रिक छवि को धूमिल कर रही है। जानें इस घटना के बारे में और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
 

इंदौर में उत्पात


गुरुवार को इंदौर के द अब फूड स्ट्रीट में कुछ दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने जमकर उत्पात मचाया। उन्होंने क्रिसमस ट्री और अन्य सजावट को जबरन हटा दिया, इस बारे में पुलिस ने शुक्रवार को जानकारी दी।


सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो

इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है, जिसमें एक समूह धार्मिक नारे लगाते हुए सजावट को तोड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। वीडियो में एक महिला इन कार्यकर्ताओं से ऐसा न करने की अपील करती है, लेकिन उनकी बात को नजरअंदाज कर दिया जाता है। उपद्रवियों को 'जय श्रीराम' के नारे लगाते हुए सुना जा सकता है।




पुलिस की प्रतिक्रिया

अतिरिक्त पुलिस उपाक्युत राजेश डंडोतिया ने इस वीडियो की पुष्टि की है। उन्होंने कहा, 'हमारी सोशल मीडिया निगरानी टीम इस वीडियो की जांच कर रही है। जांच के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, अभी तक इस मामले में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है।'


लासुडिया थाना क्षेत्र की घटना

यह घटना लासुडिया थाना क्षेत्र में स्थित हब फूड स्ट्रीट में हुई। पुलिस ने बताया कि उपद्रवियों ने क्रिसमस ट्री को जबरन हटा दिया और धार्मिक नारे लगाते हुए अन्य सजावट को भी बर्बाद कर दिया। इस वीडियो ने स्थानीय लोगों में भय पैदा किया है।


अधिकारियों ने बताया कि यह घटना एक प्राइवेट इवेंट के दौरान हुई। वे सार्वजनिक सुरक्षा और सांस्कृतिक समारोहों की रक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक उपायों का आकलन कर रहे हैं।


भारत की छवि पर असर

इस तरह की घटनाएं भारत की छवि को नुकसान पहुंचाती हैं, क्योंकि यह एक लोकतांत्रिक देश है जहां हर धर्म के व्यक्तियों को अपनी धार्मिक आस्था के अनुसार त्योहार मनाने की स्वतंत्रता है। इस कृत्य ने निश्चित रूप से भारत की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धूमिल किया है।


इससे पहले रायपुर में भी इसी तरह की घटना हुई थी, जहां एक दक्षिणपंथी समूह ने क्रिसमस की सजावट को तोड़ दिया था। इसके अलावा, देश के अन्य हिस्सों से क्रिसमस का बहिष्कार करने की घटनाएं भी सामने आई हैं।