खंडवा में नकली नोटों के मामले में विधायक कंचन तनवे की सक्रियता
खंडवा में नकली नोटों का मामला
खंडवा: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के पेठिया गांव में नकली नोटों का मामला उजागर होने के बाद विधायक कंचन मुकेश तनवे ने खुद मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने उस स्थान का निरीक्षण किया, जहां मौलाना जुबैर अंसारी नकली नोटों की कटिंग कर उन्हें गड्डियों के रूप में तैयार करता था। उल्लेखनीय है कि हाल ही में मालेगांव पुलिस ने जुबैर अंसारी को ₹10 लाख के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था।
विधायक तनवे के साथ भाजपा जिला अध्यक्ष राजपाल सिंह तोमर, पार्टी के अन्य पदाधिकारी और स्थानीय कार्यकर्ता भी मौजूद थे। निरीक्षण के बाद विधायक ने ग्रामीणों से बातचीत की और कहा कि नकली नोट बनाना या चलाना देशद्रोह के समान है। उन्होंने प्रशासन को सख्त जांच करने के निर्देश दिए और कहा कि ऐसे अपराधियों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा।
अवैध गतिविधियों की सूचना देने पर इनाम
अवैध गतिविधियों की जानकारी देनेवालों को मिलेगा नकद इनाम
विधायक ने गांव में घोषणा की कि जो भी व्यक्ति उनके क्षेत्र में आतंकवाद, देशविरोधी या नकली नोट जैसी अवैध गतिविधियों की जानकारी देगा, उसे ₹50,000 का इनाम दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नकली नोट केवल कानून का उल्लंघन नहीं है, बल्कि यह देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने वाला गंभीर अपराध है।
ग्रामीणों से अपील
विधायक ने ग्रामीणों से की ये खास अपील
तनवे ने ग्रामीणों से अपील की कि यदि किसी के पास गलती से भी नकली नोट आ जाए, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। उन्होंने कहा कि इस मामले में केवल मौलाना जुबैर ही नहीं, बल्कि उसके संपर्क में आने वाले सभी व्यक्तियों की भी जांच की जाएगी।
विधायक ने जावर थाना प्रभारी को निर्देश दिए कि यह पता लगाया जाए कि जुबैर अंसारी पेठिया गांव कब आया, उसे किसने बुलाया और उसके पहले यहां कौन-कौन मौलाना रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने जिले के सभी मदरसों की जांच करने के आदेश भी दिए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कहीं और ऐसी गतिविधियां तो नहीं चल रही हैं।
मामले का विवरण
क्या है पूरा मामला?
यह ध्यान देने योग्य है कि 30 अक्टूबर को मालेगांव पुलिस ने जुबैर अंसारी को नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था। जांच में यह सामने आया है कि यह नेटवर्क मालेगांव, बुरहानपुर और खंडवा तक फैला हुआ है। इस मामले में बुरहानपुर के डॉ. प्रतीक नवलखे का नाम भी शामिल है, जिसकी तलाश पुलिस कर रही है। फिलहाल, जुबैर अंसारी 13 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में है।