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प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत रायगढ़ नगर निगम में  कुल 2553 आवास पूर्ण 

 


रायपुर , 11 जनवरी (हि.स.)।प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत निगम क्षेत्र में कुल 2804 आवास स्वीकृत हुए थे, जिसमें से 2553 आवास पूर्ण कर लिए गए हैं। इस तरह एक आम आदमी जो कच्चे मकान में रहता था उसका पक्का मकान का सपना आज साकार हो रहा है।निगम कमिश्नर बृजेश सिंह क्षत्रिय द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना का लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। इसी का नतीजा है की 2804 स्वीकृत आवास में 2553 आवास पूर्ण कर लिए गए हैं।

मिट्ठुमुड़ा जूटमिल की शारदा बरेठ और छातामुड़ा नाका बस्ती के बाबूलाल सिदार जैसे लोग जो कभी कच्चे मकानों में मुश्किल हालात का सामना कर रहे थे, लेकिन आज पीएम आवास योजना की बदौलत पक्के और सुरक्षित मकानों में जीवन यापन कर रहे हैं। सीमित आय और संसाधनों के बीच अपने घर का सपना पूरा करना उनके लिए असंभव था, लेकिन इस योजना ने उनके जीवन के तकलीफ दूर हो गई।

वार्ड क्र. 31 मिट्ठुमुड़ा जूटमिल, रायगढ़ निवासी शारदा बरेठ ने बताया कि वह लाँड्री का कार्य करती है जिससे केवल परिवार का भरण पोषण ही हो पाता है। जिसमें बचत की कोई गुंजाईश नहीं होती। पति एवं बच्चों के साथ वे अपने कच्चे मकान में रहते थे जिसकी हालत बहुत खराब थी। जिसमें बरसात एवं ठंड में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता था। वे इतने सक्षम नहीं थे कि स्वयं के खर्च से पक्का मकान बना सके, पक्के मकान बनाने की चिंता लगातार बढ़ती जा रही थी। इसी दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना की जानकारी होने एवं फार्म भरने के पश्चात् स्वीकृति मिली तो उन्होंने अपने कच्चे मकान को तोड़कर पक्का मकान बनाया। आज उनका पूरा परिवार पक्के मकान में रहते हैं और पूरी तरह सुरक्षित महसूस करते है।

रायगढ़ के बाबूलाल सिदार ने बताया कि वार्ड क्र. 34 छातामुड़ा नाका बस्ती में अपने परिवार के साथ रहते हैं। बाबूलाल दैनिक मजदूरी का काम करते है, जिससे परिवार का रोजी रोटी ही चल पाता है। योजना का लाभ मिलने से पहले कच्चे छत वाले मकान में रहते थे, लेकिन अब प्रधानमंत्री आवास योजना से पक्का मकान बन चुका है। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि योजना के संचालन से आज स्वयं का पक्का मकान नहीं बना पाने वाले लोगों के लिये प्रधानमंत्री आवास योजना उनके जैसे लोगों के लिए अपने स्वयं का पक्का मकान का सपना साकार कर रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / रघुवीर प्रधान