×

अन्नदाता की उन्नति और खुशहाली राज्य सरकार का एकमात्र ध्येय : मुख्यमंत्री

 


जयपुर, 24 फ़रवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान श्रीअन्न बाजरे के उत्पादन में देशभर में पहले स्थान पर है। प्रधानमंत्री के प्रयासों से इसके उत्पादन में किसानों को बहुत फायदा मिल रहा है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में मिड-डे-मील कार्यक्रम तथा मां-बाड़ी केंद्रों में पायलट आधार पर श्रीअन्न आधारित उत्पाद तथा हर जिले में मिलेट्स उत्पाद आउटलेट खोले जाएंगे।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जयपुर के राज्य कृषि प्रबंधन संस्थान में आयोजित राज्य स्तरीय किसान सम्मान समारोह से वीसी के माध्यम से राष्ट्र स्तरीय कार्यक्रम से जुड़े। उन्हाेंने प्रधानमंत्री के साथ किसानाें काे संबाेधित किधा। उन्हाेंने कहा कि किसानों के लिए अगले वित्त वर्ष में ग्लोबल राजस्थान एग्री टेक मीट का आयोजन, ढाई लाख गोपालक परिवारों को ब्याज मुक्त ऋण, आगामी दाे वर्षों में शेष रहे ढाई हजार से अधिक ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर जीएसएस के साथ ही आठ नए जिलों में केवीएसएस की स्थापना भी की जाएगी।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार किसानों-पशुपालकों के कल्याण के लिए समर्पित होकर कार्य कर रही है। अन्नदाता की सेवा, उन्नति और खुशहाली को एकमात्र ध्येय मानकर राज्य सरकार ने नीतिगत निर्णय किए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के किसान कल्याण और उत्थान के संकल्प को पूरा करने में हम कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे।

शर्मा ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत लाभान्वित किसानों को बधाई देते हुए कहा कि योजना के तहत आज प्रदेश के 72 लाख से अधिक किसानों के खातों में एक हजार 400 करोड़ रुपये से अधिक की राशि 19वीं किस्त के रूप में हस्तांतरित की गई है। उन्होंने कहा कि आज का यह समारोह प्रधानमंत्री के किसानों को खुशहाल बनाने के संकल्प और समर्पण की एक मिसाल है। देश को प्रधानमंत्री की गारंटी पर पूरा भरोसा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने इस बजट में अन्नदाता को संबल देने के लिए किसान सम्मान निधि की राशि को बढ़ाकर नाै हजार रुपये करने की घोषणा की है। अब तक मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 70 लाख से अधिक किसानों को एक हजार 355 करोड़ रुपये से अधिक की राशि हस्तांतरित की जा चुकी है।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने लगभग 46 लाख से अधिक किसानों को 25 हजार करोड़ रुपये से अधिक के अल्पकालिक फसली ऋण उपलब्ध कराए हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत सरकार द्वारा योजना के तहत लगभग 3100 करोड़ रुपये के बीमा क्लेम वितरित किए जा चुके हैं।

शर्मा ने कहा कि बजट में किसानों के लिए अनेक प्रावधान किए गए हैं, ताकि किसानों की समृद्धि की राह खुल सके। बजट में करीब 34 हजार सौर संयंत्रों की स्थापना के लिए वित्तीय सहायता, ड्रिप एवं फव्वारा सिंचाई के लिए अनुदान के प्रावधान, आगामी वित्त वर्ष में 25 हजार फार्म पौंड, 10 हजार डिग्गियों, 50 हजार सौर पंप संयंत्रों तथा 20 हजार किलोमीटर सिंचाई पाइप लाइन के लिए 900 करोड़ रुपये का अनुदान के प्रावधान किए गए है। इन योजनाओं से प्रदेश के चार लाख किसान लाभान्वित होंगे।

कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि किसान कल्याण केन्द्र सरकार की प्राथमिकता है। किसानों को अच्छा बीज, सस्ती एवं पर्याप्त खाद, सिंचाई की सुविधा, पशुओं को बीमारी में रखरखाव, आपदा के समय नुकसान से सुरक्षा के लिए तथा किसानों की आय बढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार हर स्तर पर काम कर रही है। उन्हांने कहा कि हम विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने के लिए गरीब, अन्नदाता किसान, युवा शक्ति तथा महिलाओं के कल्याण के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहे हैं।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने कृषक कल्याण की विभिन्न योजनाओं के तहत किसानों को चैक वितरित किए। इससे पहले मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का फीता काटकर शुभारम्भ किया। उन्होंने कृषि संबंधी विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई स्टॉल एवं प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा, सहकारिता राज्य मंत्री गौतम कुमार दक, सांसद मंजू शर्मा, सचिव सहकारिता मंजू राजपाल, सचिव कृषि राजन विशाल सहित अधिकारी एवं बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित