अपनी जड़ों की ओर लौटकर समृद्ध होगा साहित्य: चौहान
जोधपुर, 24 फरवरी (हि.स.)। साहित्य और रंगमंच को समर्पित संस्था शब्दरंग की एक विशेष बैठक आयोजित कर आगामी कार्यक्रमों की रुपरेखा तैयार की गई।
संस्था की अध्यक्ष डॉ. रेणुका श्रीवास्तव ने बताया कि साल के आमंत्रित अतिथि तय करने को लेकर ये बैठक आयोजित की गई थी। मदन-सावित्री डागा साहित्य भवन में आयोजित इस विशेष बैठक में रंगकर्मी भवानीसिंह चौहान, रविन्द्र माथुर, शब्बीर हुसैन, प्रमोद सिंघल और प्रमोद वैष्णव थे। वहीं साहित्कारों में सुषमा चौहान, आशा पाराशर, ऋचा अग्रवाल, मनीषा डागा, मधुर परिहार और स्वयं रेणुका श्रीवास्तव उपस्थित थी। इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए सुषमा चौहान ने शब्दरंग की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि शहर की पुरानी परंपरा थी, ऐसे आयोजन करके अपने से वरिष्ठजनों को सुनना, जो आजकल लगभग लुप्त सी हो गई है। शब्दरंग की इस पहल से शहर का साहित्य एक बार फिर अपनी जड़ो की ओर लौटकर समृद्ध होगा। रंगकर्मी शब्बीर हुसैन ने कहा कि साहित्य और रंगमंच को साथ रख कर बहुत कम सोचा जाता है। शब्दरंग के ये कार्यक्रम निश्चित रुप से शहर के रंगकर्म को एक नई दिशा देंगे। अगले महीने का कार्यक्रम शहर की सबसे वरिष्ठ रंगकर्मी और साहित्यकार गीता भट्टाचार्य पर केन्द्रित होगा। इस अवसर पर उपस्थित सभी रंगकर्मी और साहित्यकारों को स्मृति चिन्ह भी प्रदान किया गया। बैठक का संचालन मधुर परिहार ने किया।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश