दुर्गापुरा में तीन दिवसीय राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान सम्मेलन शुरू
जयपुर, 23 फ़रवरी (हि.स.)। कृषि अनुसंधान केंद्र दुर्गापुरा में रविवार से तीन दिवसीय राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान सम्मेलन का आयोजन किया गया । इस सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ. बलराज सिंह कुलपति श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. शांति कुमार शर्मा, सहायक महानिदेशक (ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे, जबकि डॉ. पी.के. दशोरा, कुलपति, मंगलायतन विश्वविद्यालय अलीगढ़ ने की।
कुलपति बलराज सिंह ने बताया कि राजस्थान पशुधन की संख्या में प्रथम एवं दूध उत्पादन में द्वितीय स्थान पर है। इसी कारण पशुपालन राज्य की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है। कृषि के दूसरे क्षेत्रों यथा उद्यानिकी की अनार, अमरूद, जीरा, अनाज, दलहन, तिलहन के उत्पादन में भी सार्थक वृद्वि की है। बाड़मेर एवं जालौर जैसे पिछडे़ संसाधनों में पिछडे हुए क्षेत्र उद्यानिकी विशेष तौर से अनार, जीरा उत्पादन के क्षेत्र में विषेष वृद्वि कर रहे है। जो किसानों की मेहनत व वैज्ञानिकों के योगदान को दर्शाता है। खाद्यान्न तेलों के आयात को कम करने के लिए सुरजमुखी जैसे फसलों को उगाना वर्तमान समय की आवष्यकता है। इसे न केवल खाद्यान्न तेलों के आयात को कम कर पायेंगें साथ ही शहद उत्पादन को भी इसे बढ़ावा मिलेगा
कृषि एवं सम्बद्व क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले डॉ. हिमांशु पाठक महानिदेशक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली को एक लाख रुपए की नगद राशि एवं स्मृति चिहन के साथ स्टार नेशनल फेलो अवार्ड, डॉ. डी के यादव उप महानिदेशक (फसल विज्ञान), प्रो. बलराज सिंह, कुलपति, एसकेएनएयू, जोबनेर प्रो. अभय कुमार व्यास, कुलपति कृषि विवि, कोटा, डॉ. आर के माथुर, निदेशक तिलहन अनुसंधान संस्थान, एवं डॉ. पी के राय, निदेशक सरसों अनुसंधान केन्द्र को पच्चास हजार की नगद राशि के साथ स्मृति चिहन के साथ स्टार नेशनल एसोसिएट फेलो अवाड प्रदान किया गया। इसके साथ ही डॉ. पी के दशोरा,डॉ. जी एन हजारिका, डॉ. एस एन शर्मा, डॉ. पी एन कल्ला, डॉ. जितेन्द्र कुमार चौहान, डॉ. बी के शर्मा को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया। 25 फरवरी तक चलने वाली संगोष्ठी में देशभर से 300 से अधिक प्रतिभागी आए है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश