राजिम कुंभ कल्प मेला का आज महाशिवरात्रि के अवसर पर भव्य समापन
रायपुर, 26 फ़रवरी (हि.स.)। माघ पूर्णिमा 12 फरवरी से शुरू हुआ राजिम कुंभ कल्प मेला का आज 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर भव्य समापन होगा। इस ऐतिहासिक आयोजन में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। उनके साथ उपमुख्यमंत्री अरुण साव, कैबिनेट मंत्री विजय शर्मा, सांसद, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे।
भोलेनाथ की निकलेगी बारात -रायपुर में खारून नदी के महा देव घाट स्थित हटकेश्वर मंदिर में महादेव का अर्धनारीश्वर स्वरूप में भव्य शृंगार किया गया है।मंगलवार से ही छत्तीसगढ़ की परंपरा के अनुसार भगवान् भोलेनाथ के विवाह की रस्में निभाई गई हैं।भगवान् शिव को हल्दी लगाईं गई हैं,मेहंदी की रस्म भी की गई।रंग-बिरंगे कपडे और फूलों का मण्डप तैयार कर उसमें भगवान को स्थापित किया गया है।आज शाम को भगवान् की शाही बारात निकलेगी। सभी शिवालयों में सुबह से भरी भीड़ है।प्रातः चार बजे से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है ।
इस अवसर पर आज सुबह श्रद्धालुओं ने राजिम के त्रिवेणी संगम पैरी, सोढ़ूर और महानदी में तड़के सुबह से डुबकी लगाई। स्नान के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ श्री राजीव लोचन और कुलेश्वरनाथ महादेव के मंदिर पहुंचकर दर्शन कर अपने परिवार की खुशहाली और सुख-समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगा।राजिम के त्रिवेणी संगम घाट के बीच स्थित भगवान कुलेश्वेर नाथ के मंदिर में सुबह से जल चढ़ाने और भजन कीर्तन करने लोगों की भीड़ पहुंची है।
इस अवसर पर देशभर से महामंडलेश्वर, साधु-संत और धर्मगुरु भी इस भव्य आयोजन में शामिल होकर अपनी उपस्थिति से इसे और भी गौरवमयी बनाएंगे।आज साधु-संतों की भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा के बाद सभी साधु-संत मंत्रोच्चार और शंखनाद के साथ त्रिवेणी संगम में शाही स्नान करेंगे। शाही स्नान के बाद आम जनता को भी स्नान की अनुमति दी जाएगी। राजिम कुंभ मेला छत्तीसगढ़ की संस्कृति और धार्मिक आस्था का प्रतीक है। हर साल यह मेला श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक अनुभव देने के साथ-साथ प्रदेश की समृद्ध परंपराओं से परिचित कराता है।
रुद्राष्टायायी का पाठ किया गया-रायपुर के टिकरापारा स्थित टिकरापारा में आज सुबह से ही रुद्राष्टायायी का पाठ किया गया।फलों और दूध से महादेव का अभिषेक किया जा रहा है।आज यहां अखंड रामायण का भी पाठ किया जायेगा।शिवजी का दोपहर में रजत शृंगार किया जायेगा।बैजनाथ पारा स्थित महाद्रव मंदिर में सुबह से ही दूध एवं पवित्र द्रव्यों से अभिषेक किया गया है ।रायपुर स्थित सभी शिव मंदिरों में आकर्षक साज -सज्जा की गई है और अनेक धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।कई जगहों पर अखंड रामायण का पाठ किया जा रहा है।मंगलवार को छत्तीसगढ़ के धमतरी में भगवान महादेव की बारात निकाली गई। जिसे देखने लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।भगवान शिव की बारात विंध्यवासिनी मंदिर से शुरू हुई और सदर बाजार होते हुए मकई चौक, शिव चौक होते हुए शहर भ्रमण कर इतवारी बाजार स्थित श्री बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर में खत्म हुई।
हिन्दुस्थान समाचार / केशव केदारनाथ शर्मा