अस्पतालों में बढ़ती लापरवाही पर रमन सूरी ने एनसी-सरकार की आलोचना की, कार्रवाई की मांग की
जम्मू, 22 फरवरी (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश के कार्यकारी सदस्य रमन सूरी ने जम्मू-कश्मीर में सरकारी अस्पतालों में लापरवाही के बढ़ते मामलों पर शनिवार को गहरी चिंता व्यक्त की। यहां जारी एक बयान में सूरी ने उन घटनाओं की बढ़ती संख्या पर प्रकाश डाला जो चिकित्सा पेशेवरों की प्रतिष्ठा को धूमिल कर रही हैं और सरकारी स्वास्थ्य सेवा संस्थानों में मरीजों का भरोसा खत्म कर रही हैं।
सूरी ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों के खिलाफ लापरवाही के मामले हर दिन सामने आ रहे हैं। इससे न केवल डॉक्टरों की छवि खराब होगी बल्कि सरकारी अस्पतालों में मरीजों का भरोसा भी कम होगा जो गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए बनाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि कथित लापरवाही का ताजा मामला राजौरी मेडिकल कॉलेज से सामने आया जहां एक गर्भवती महिला की दुखद मौत हो गई। उसके रिश्तेदारों ने उसके इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। यह घटना पिछले 15 दिनों में चिकित्सा लापरवाही का चौथा मामला है जबकि पिछले तीन मामले कश्मीर के अस्पतालों से सामने आए थे। प्रभावित मरीजों के परिवारों ने न्याय की मांग की है और आरोपी डॉक्टरों के खिलाफ कुछ कार्रवाई पहले ही की जा चुकी है और मामलों की जांच के लिए जांच समितियां गठित की जा रही हैं।
सूरी ने बताया कि राजौरी में जीएमसी प्रशासन ने स्थिति को संबोधित करने के लिए जांच समिति बनाकर तुरंत कार्रवाई की लेकिन इन घटनाओं के मूल कारण पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने पूछा कि सवाल यह है कि ऐसी लापरवाही बार-बार क्यों हो रही है? कुछ अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीज़ आते हैं और इतने सारे लोगों को संभालना डॉक्टरों और कर्मचारियों के लिए एक चुनौती हो सकती है। इसके अलावा ऐसे उदाहरण भी हैं जहाँ डॉक्टर मरीज़ों की स्थिति के बारे में उनके परिवारों को स्पष्ट और सटीक जानकारी नहीं देते हैं जो एक गंभीर चिंता का विषय है।
भाजपा नेता ने नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) सरकार के स्वास्थ्य क्षेत्र को संभालने की भी आलोचना की जबकि वह स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता देने के अपने बार-बार के दावों के बावजूद ऐसा कर रही है। सूरी ने कहा कि अगर स्वास्थ्य सेवा वास्तव में सरकार की प्राथमिकता है तो उसे सभी स्वास्थ्य संस्थानों में डॉक्टरों और स्वास्थ्य पेशेवरों की कमी को दूर करने के लिए तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। लापरवाही के चल रहे मामलों के मद्देनजर सूरी ने सरकार से ऐसी सभी घटनाओं की जांच में तेजी लाने और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ समय पर कार्रवाई सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकारी स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों में मरीजों का विश्वास बहाल करना सर्वाेपरि है और सरकार को क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा की समग्र गुणवत्ता में सुधार के लिए इन मुद्दों को हल करने के लिए लगन से काम करना चाहिए। सूरी ने कहा कि कांग्रेस द्वारा समर्थित एनसी सरकार को न केवल समितियों के गठन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए बल्कि बेहतर स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचे, बढ़े हुए स्टाफिंग और पारदर्शिता की दिशा में सक्रिय रूप से काम करना चाहिए तभी हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि मरीजों को वह देखभाल मिले जिसके वे हकदार हैं और हमारी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में जनता का विश्वास फिर से कायम हो।
हिन्दुस्थान समाचार / अमरीक सिंह