(अपडेट) उपमुख्यमंत्री के बयान पर भड़का विपक्ष, कार्यवाही से बाहर हुआ उनका वक्तव्य
-वक्तव्य बाहर किए जाने के आश्वासन के उपरांत सदन की दो घंटे बाद कार्यवाही बढ़ी आगे
लखनऊ, 24 फरवरी (हि. स.)। उत्तर प्रदेश विधान सभा बजट सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही पांचवें दिन सोमवार को सुबह 11 बजे शुरू हुई। प्रश्नकाल के दौरान समाजवादी पार्टी के सदस्य समरपाल सिंह के स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी के संस्थापक नेता के एक बयान का उल्लेख कर दिया तो सपाई वेल में आ गए। विधान सभा अध्यक्ष द्वारा उक्त वक्तव्य को कार्यवाही से बाहर करने के आश्वासन के साथ सदन की कार्यवाही आगे बढ़ी।
विधान सभा में प्रश्नकाल के दौरान सपा के सदस्य समरपाल सिंह के प्रश्न का उत्तर दे रहे उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सपा सदस्य को इंगित कर कहा कि कहा कि अपने नेता जी की बात मानते हो, जिन्होंने कहा था कि लड़के हैं, लड़कों से गलती हो जाती है। इसके बाद सपा के सदस्य वेल में आ गए। स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना के कई बार समझाने के बावजूद सपा के सदस्य नहीं माने। वह नारेबाजी करते रहे। इसके बाद दोपहर 12:10 बजे सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। इसके उपरांत विपक्षी दल के सदस्य वेल में धरने पर बैठ गए।
दोबारा से दो बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो सपा के सदस्य संग्राम सिंह यादव ने कहा कि हमारे जिन नेता जी (मुलायम सिंह यादव) को देश में अहम योगदान के लिए पद्मविभूषण दिया गया। भाजपा की और हमारी पार्टी की विचारधारा अलग है। फिर भी भाजपा की सरकार ने यह पुरस्कार देकर उन्हें सम्मानित किया। संग्राम सिंह ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीन दयाल उपाध्याय का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा को अपनी विचारधारा का डिप्टी सीएम बनाना चाहिए। इस पर भाजपा के विधायकों ने विरोध करना शुरू कर दिया। अध्यक्ष सतीश महाना ने सत्ता पक्ष के विधायकों को बैठने के लिए कहा और विपक्ष को ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करने से रोका, जिससे कोई आहत न हो।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि देश में चार पुरस्कार हैं। दूसरा प्रतिष्ठित पुरस्कार पद्मविभूषण है। भारत सरकार ने नेता जी को यही पुरस्कार दिया है। उनका सम्मान सदन के अंदर के साथ बाहर भी है। हम सब उनका सम्मान करते हैं। इसके उपरांत विपक्ष की ओर से नेता जी के लिए उपयोग में लाये गए शब्दों को कार्यवाही से बाहर करने का आग्रह किया गया। इस पर पीठ से विधान सभा अध्यक्ष महाना ने आश्वासन दिया। उस प्रसंग को कार्यवाही से बाहर किए जाने के आश्वासन के बाद विधान सभा की कार्यवाही आगे बढ़ी। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा शुरू हुई।
राज्यपाल के अभिभाषण पर डॉ. नीरज बोरा द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद प्रस्ताव पर सदन में जारी चर्चा में शामिल होते हुए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता व मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने सरकार के कार्यों की सराहना करते हुए सुझाव भी दिया। उन्होंने कहा कि लेखपाल के स्तर पर बड़ी समस्या आ रही है। राजभर और गोंड समाज के जाति प्रमाण पत्र बनाने में लेखपाल रुकावट पैदा कर रहे हैं। वे प्रमाण पत्र जारी नहीं कर रहे हैं। भर और राजभर जाति को अनुसूचित जाति में शामिल किया जाए।
सदन की कार्यवाही से उमाशंकर सिंह ऑनलाइन जुड़े
इसी बीच बहुजन समाज पार्टी के सदस्य उमाशंकर सिंह घर पर रहकर विधान सभा की कार्यवाही से ऑनलाइन जुड़े। वह बीमार थे। अब स्वस्थ हैं लेकिन चिकित्सकों के कहने पर वह स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि वह जल्द स्वस्थ होकर इसी सदन की कार्यवाही में शामिल होंगे। पूरा सदन उनके दीर्घायु होने की कामना करता है। उमाशंकर सिंह ने पूरे सदन के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया। इसके अलावा विधायक टी. राम के बेटे का निधन होने पर उन्हें भी सदन की कार्यवाही से ऑनलाइन जोड़ा गया। पीठ से अध्यक्ष महाना ने उनके बेटे के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि ऐसे दुख की घड़ी सब उनके साथ हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप शुक्ला