×

चित्तौड़गढ़ स्थित मीरा स्मृति संस्थान काे केंद्र की याेजना में शामिल करने की मांग

 


चित्तौड़गढ़, 2 अगस्त (हि.स.)। चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान भक्तशिरोमणी मीराबाई के 525वें जन्मोत्व वर्ष में मीरां स्मृति संस्थान के विकास से संबधी विषय को सदन में उठाया। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में मीराबाई के जीवन और भक्ति पर खोज और अध्ययन जो रहा है। सांसद जोशी ने केन्द्र सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय से मीरा स्मृति संस्थान काे मंत्रालय की योजना में शामिल कर विकसीत करने की मांग की है। उन्हाेंने सदन में बताया कि संस्थान के पास आवश्यक जमीन भी उपलब्ध हैं।

भाजपा सांसद सीपी जोशी ने सदन में केन्द्र सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय की तरफ ध्यानाकृष्ट करते हुए बताया की पीएम मोदी सरकार में इस मंत्रालय में विगत वर्षों में स्वदेश दर्शन योजना, प्रसाद योजना, ह्रदय योजना आदि के माध्यम से देश के वीरता एवं शौर्य के साथ साथ भक्ति एवं आध्यात्म से जुड़े स्थलों का विकास करवाया है। अभी भारत सरकार भक्तशिरोमणी मीराबाई के 525वें जन्मोत्सव को धूमधाम से पूरे देश में मना रही है। मीराबाई जिनका संबध चार प्रमुख स्थानों से रहा हैं। मेड़ता जहां पर उनका जन्म हुआ, चित्तौड़गढ़ जहां पर उनका विवाह हुआ, वृन्दावन जहां पर उन्होंने भक्ति की एवं द्वारिका जहां पर वो भगवान में समा गई थी। सांसद जोशी ने सदन के माध्यम से सरकार से आग्रह किया कि आने वाले समय में चित्तौड़गढ़ में मीराबाई पर विश्व की सबसे बड़ी लाईब्रेरी बनी हुई है। मीरा स्मृति संस्थान में इस पर अध्ययन एवं खोज लगातार होती रहती हैं। विगत कई वर्षों से इस पर कार्यक्रम हाेते रहे हैं। संस्थान के विकसित हाेने से देश दुनिया से आने वाले भक्त एंव शोधार्थी मीरा दर्शन का लाभ उठा सकेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / अखिल / ईश्वर