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यूके-जर्मनी यात्रा से राज्य के लिए खुले हैं बहु-क्षेत्रीय निवेस के अवसरः मुख्यमंत्री डॉ. यादव

 






भोपाल, 30 नवंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को अपने छह दिवसीय यूके और जर्मनी के विदेश दौरे से वापस लौटने के बाद भोपाल में अपने निवास कार्यालय समत्व भवन में मीडिया से संवाद किया और अपनी इस विदेश यात्रा के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश को एक ग्लोबल इन्वेस्टर सेंटर के रूप में स्थापित करने के लिये की गई यूके और जर्मनी की यात्रा से राज्य के लिए बहु-क्षेत्रीय निवेश के अवसर खुले हैं, जिनसे रोजगार और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।

उन्होंने कहा कि यूके के किंग्स क्रॉस अर्बन रीजुवनेशन प्रोजेक्ट का भ्रमण कर शहरी पुनर्विकास परियोजनाओं को समझने और मध्य प्रदेश में इसी तरह की परियोजनाओं पर काम करने के लिये उपयोगी जानकारी मिली। साथ ही वार्विक मैन्युफेक्चरिंग ग्रुप (WMG) का भ्रमण कर ऑटोमोबाइल क्षेत्र के एक्स्पर्ट्स से प्रदेश की आवश्यकताओं को दृष्टिगत रखते हुये धार जिले के पीथमपुर में निर्मित ऑटो टेस्टिंग ट्रैक में WMG के साथ मिलकर कार्य करने की योजना पर भी चर्चा हुई। बीईएम लिमिटेड ने मॉड्यूलर हॉउसिंग प्रोजेक्ट में 1,000 करोड़ रुपये के निवेश के लिये प्रस्ताव दिया है। बुनियादी ढांचे के विकास, आधुनिक परिवहन प्रणाली, ऑटोमोबाइल सेक्टर हेतु एवं अन्य परियोजनाओं जैसे स्मार्ट सिटी और आवासीय सुविधाओं पर भी विभिन्न प्रकार के विशेषज्ञों से चर्चा की गई।

जर्मन यात्रा की शुरूआत बवेरियन स्टेट चांसलरी के साथ

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि विदेश यात्रा के दूसरे पड़ाव जर्मनी की शुरूआत बवेरियन स्टेट चांसलरी से हुई। यहाँ डॉ. फ्लोरियन हेरमैन से मुलाकात हुई जो बवेरियन राज्य चांसलरी के प्रमुख और बवेरियन स्टेट के संघीय और यूरोपीय मामलों के मंत्री हैं। चर्चा के केन्द्र में प्रौद्योगिकी, नवकरणीय ऊर्जा, सुपर कंप्यूटिंग और कौशल विकास में सहयोग रहा। उनके साथ जलवायु नीति नवाचार, उच्च शिक्षा विनिमय, और उन्नत कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से मध्यप्रदेश के युवाओं को वैश्विक उद्योगों के लिए तैयार करने पर भी चर्चा हुई।

म्यूनिख में एसएफसी एनर्जी का भ्रमण और बेरलोचर ग्रुप से चर्चाजर्मनी यात्रा में म्यूनिख के ब्रुन्नथल में एनर्जी के महत्वपूर्ण प्लांट एसएफसी एनर्जी का भ्रमण कर टेक्नोलॉजी का मध्यप्रदेश के संदर्भ में बेहतर उपयोग के लिये चर्चा की गई। सीईओ डॉ. पीटर पोडेसर ने प्लांट और एनर्जी के संबंध में अवगत कराया। स्वच्छ ऊर्जा समाधानों में एसएफसी एनर्जी के नवाचारों और उनके संभावित अनुप्रयोगों पर चर्चा में मध्य प्रदेश में संभावनाओं को तलाशा गया। म्युनिख में ही प्लास्टिक एडिटिव्स में अग्रणी बेरलोचर समूह से चर्चा हुई। बैठक में बेरलोचर के संचालन के विस्तार, नई तकनीकी क्षमताओं की खोज, और पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकियों को अपनाने पर चर्चा हुई। समूह के द्वारा 2001 से देवास में विनिर्माण इकाई संचालित की जा रही है।

स्टटगार्ट में लैप ग्रुप के संस्थान का भ्रमण

उन्होंने कहा कि जर्मन यात्रा में स्टटगार्ट के केबल और कनेक्शन तकनीक में विशेषज्ञता रखने वाली प्रसिद्ध कंपनी लैप ग्रुप के संस्थान का भ्रमण किया गया। कम्पनी के विशेषज्ञों से बैठक कर उन्नत विनिर्माण और औद्योगिक स्व-चालन के क्षेत्र में निवेश के अवसरों और संभावित साझेदारी की संभावनाओं के बारे में गहन चर्चा हुई। इसमें मध्यप्रदेश के रणनीतिक लाभों और निवेशक-अनुकूल नीतियों को उजागर करते हुए निवेश संभावनाओं पर चर्चा करने के लिए राउंड-टेबल मीटिंग भी हुई।

प्राकृतिक ऐतिहासिक संग्रहालय के साथ एमओयू

मुख्यमंत्री ने बताया कि स्टटगार्ट में स्थित प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय का भ्रमण किया। मध्यप्रदेश सरकार और संग्रहालय के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। इस एमओयू से जर्मनी और मध्यप्रदेश (भारत) के मध्य सांस्कृतिक और शैक्षिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा। इससे प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने में मदद मिलेगी।

विदेश यात्रा टेक्नो-फ्रेंडली युवाओं के लिये सृजित करेगी रोजगार के नये अवसरमुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि यूके और जर्मनी की यात्रा टेक्नो-फ्रेंडली युवाओं के लिए रोजगार सृजन के बेहतर अवसर लेकर आई है। यूके और जर्मनी द्वारा प्रदेश में निवेश करने से तकनीकी संस्थानों में उन्नत टेक्नोलॉजी आयेगी। इससे एक ओर जहाँ हमारे युवाओं को आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे, वहीं दूसरी ओर प्रदेश के संस्थानों को वैश्विक स्वरूप मिलेगा। यूके की वार्विक यूनिवर्सिटी का भ्रमण कर चर्चा की गई कि शिक्षा और कौशल क्षेत्र में इनोवेटिव स्किल डेवलपमेंट को मध्यप्रदेश के युवाओं के लिए कैसे उपयोगी बनाया जाये।उन्होंने कहा कि जर्मनी से ऐतिहासिक संबंधों को और प्रगाढ़ता प्रदान करने के लिये मध्य प्रदेश में जर्मन लैंग्वेज इंस्टीटयूट खोलने पर भी चर्चा हुई। इससे भाषा संबंधी चुनौती दूर होगी और जर्मनी में मौजूद रोजगार के अवसरों का लाभ हमारे युवा ले सकेंगे। जर्मनी की कंपनी आईएसएमसी द्वारा इस हेतु कार्य करने का प्रस्ताव दिया गया ताकि रोजगार के अवसरों के लिए भाषा की बाधाएं दूर की जा सकें।

ब्रिटिश संसद का किया भ्रमण, भारतीय महानायकों को अर्पित की पुष्पांजलि

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि विदेश यात्रा के पहले पड़ाव में यूके की संसद के दोनों सदनों 'हाउस ऑफ लॉर्डस' और 'हाउस ऑफ कॉमन्स' का भ्रमण किया। यह दोनों देशों के बीच लोकतांत्रिक मूल्यों को दर्शाता है और भविष्य में दोनों देशों के संबंधों को सुदृढ़ बनाये रखने का प्रतीक है। निश्चित ही इससे दोनों देशों विशेषकर मध्यप्रदेश और यूके मध्य होने वाले व्यापार और निवेश के क्षेत्रों में भी सहयोग बढ़ेगा।हमने यूके में ब्रिटिश संसद भवन परिसर में स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान को स्मरण किया। लंदन के अम्बेडकर हाउस जाकर संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किये। मुंबई आतंकी हमले की बरसी पर लंदन स्थित इंडिया हाउस में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में हमले में शहीद हुये जवानों और नागरिकों श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके साहस एवं बलिदान को नमन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लंदन स्थित बोचेशन वासी अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (BAPS) के श्री स्वामीनारायण मंदिर में दर्शन एवं पूजा-अर्चना की। उन्होंने स्वामीनारायण संप्रदाय प्रतिनिधियों से भी मुलाकात हुई।

भारतवंशियों एवं फ्रेंड्स ऑफ एमपी से हुई चर्चा

मुख्यमंत्री ने बताया कि जर्मनी और यूके में भारतवंशियों के साथ आत्मीय चर्चाएं हुई। उनकी उपलब्धियों से भारतीयों को भी अवगत कराने के लिये उन्हें मध्य प्रदेश में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही इंटरैक्टिव-सेशन आयोजित किए गए। म्यूनिख और लंदन में 'डायस्पोरा एंड फ्रेंड्स ऑफ मध्यप्रदेश' जैसे कार्यक्रमों में राज्य की संस्कृति, पर्यटन और उद्योग की ताकत को प्रदर्शित किया गया। जर्मनी में फ्रेंड्स ऑफ एमपी चैप्टर की शुरुआत की गई।

ब्रांड मध्य प्रदेश को प्रचारित किया गया

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने वैश्विक स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। मध्यप्रदेश को भी इस यात्रा से वैश्विक मंच पर स्थापित करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि आप सभी के सहयोग से प्रदेश न केवल विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ेगा बल्कि विश्व में उसकी भी अपनी अलग से पहचान बनेगी। उन्होंने 'इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज इन मध्यप्रदेश' विषय पर आयोजित इंटरैक्टिव सेशन में भाग लिया और राज्य की प्राथमिकताओं पर अपने विचार साझा किए। उद्योगों के लिए निवेशकों को किसी भी प्रकार की कमी नहीं होगी।

दोनों देशों में तकनीकी और विशेषज्ञता का आदान-प्रदान करने की बात की गई। यात्रा में मध्यप्रदेश की निवेश संभावनाओं पर वन-टू-वन मीटिंग, प्रमुख सैक्टर पर केन्द्रित राउंड टेबल-सत्र आयोजित किए गए, जिसमें विभिन्न सेक्टर्स में निवेश के लिए रुचि दिखाई गई। मध्य प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और पर्यटन की अपार संभावनाओं को भी उजागर किया गया। फरवरी-2025 में भोपाल में आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए सभी को आमंत्रित किया गया।

उन्होंने यूके और जर्मनी की यात्रा के दौरान विभिन्न सत्रों, वन-टू-वन मीटिंग्स और राउंड-टेबल मीटिंग्स में चर्चा के अनुसार लगभग 78,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।

निवेश के लिये हम हर जगह जाने को तैयार

मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश को औद्योगिक हब बनाने और रोजगार के अवसर सृजित करने प्राथमिकता के आधार पर कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में हुई 5 रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव उज्जैन, ग्वालियर, रीवा, जबलपुर, सागर और देश के महानगर मुंबई, कोयंबटूर, बैंगलुरू और कोलकाता में हुए रोड-शो से 2,76,070 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इससे 3,28,670 रोजगार सृजन होगा। मध्य प्रदेश में निवेश लाने के लिये हम हर जगह जाने को तैयार हैं, चाहे वह देश के अंदर हो या देश के बाहर हो। हमारा प्रयास है कि मध्य प्रदेश आर्थिक रूप से सबल हो और देश की अर्थव्यवस्था में महती भूमिका निभाए।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर