फतेहाबाद : अग्रवाल वैश्य समाज का फैसला,शादियों में नहीं छपवाए जाएंगे निमंत्रण कार्ड
केवल डिजिटल कार्ड भेजे जाएंगे
फतेहाबाद, 25 फरवरी (हि.स.)। अग्रवाल वैश्य समाज के पदाधिकारियों ने फैसला किया है कि वह भविष्य में शादियों में निमंत्रण पत्र नहीं छपवाएंगे केवल डिजिटल निमंत्रण पत्र भेजे जाएंगे या फिर फोन पर मेहमानों को आमंत्रण भेजा जाएगा। यह फैसला पानीपत में आयोजित अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला की अध्यक्षता में हुई प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से किया गया। इस बैठक में फतेहाबाद जिला अध्यक्ष राजेंद्र मित्तल, महिला प्रदेश अध्यक्ष सुशीला सर्राफ, युवा जिला अध्यक्ष मोहित गर्ग, महिला जिला अध्यक्ष दीपिका बंसल, फतेहाबाद अध्यक्ष राजीव जैन, रतिया महासचिव विपिन गोयल, रतिया उप प्रधान मक्खन लाल सिंगला, सदस्य उज्जवल कंसल, पवन सर्राफ ने भी भाग लिया। मंगलवार को फतेहाबाद में पत्रकारों से बातचीत में जिला अध्यक्ष राजेंद्र मित्तल ने बताया कि बैठक में विवाहों को लेकर रखे गए प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा करने के बाद यह भी फैसला हुआ कि विवाह शादियों में खाने के मेन्यू को छोटे से छोटा रखा जाएगा। फैसला किया गया कि भविष्य में जो भी शादी होगी, उसमें पंडित द्वारा निकाले गए मुहूर्त पर विवाह की रस्म पूरी की जाएगी। उसमें किसी भी प्रकार की देरी नहीं की जाएगी। साथ ही निर्णय हुआ कि विवाह से पूर्व प्री वेडिंग शूट के नाम किया जा रहा कृत्य पर बंदिश लगाई जाएगी। जिला अध्यक्ष राजेंद्र मित्तल ने बताया कि बैठक में प्रदेश में हो रहे नगर निकाय चुनावों को लेकर फैसला किया गया कि जहां पर वैश्य समाज का उम्मीदवार मैदान में है, पूरा समाज एकजुट होकर उसकी मदद करेगा और जहां पर समाज का उम्मीदवार नहीं है वहां पर समाज एकजुट होकर अपने वोट की ताकत दिखाएगा। प्रदेश में वैश्य समाज के विधायकों की घटती संख्या पर चिंता जाहिर करते हुए अगले चुनाव तक हर विधानसभा में बैठकें आयोजित करने का फैसला किया गया, ताकि हरियाणा विधानसभा में समाज की उपस्थिति को बढ़ाने का काम किया जा सके। अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने कहा कि किसी समय में हरियाणा में 18 विधायक समाज के होते थे और आज उनकी संख्या तीन पर आकर अटक गई है। उन्होंने साफ कहा कि आज के इस दौर में बिना राजनीति में भागीदारी के कोई काम नहीं हो सकता। स्थिति यह है कि व्यापार हो या नौकरी हर जगह राजनीतिक हस्तक्षेप जरूरी हो गया है। समाज के लोगों को सक्रिय राजनीति में अपनी भागीदारी को बढ़ाने के लिए काम करना होगा।
हिन्दुस्थान समाचार / अर्जुन जग्गा