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अररिया में शिक्षिका की हत्या: गलत पहचान से हुई वारदात का खुलासा

अररिया जिले में शिक्षिका शिवानी वर्मा की हत्या एक गलत पहचान के कारण हुई है। पुलिस ने इस मामले में दो शूटरों और मुख्य साजिशकर्ता महिला को गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला है कि हत्या की योजना एक महिला के पति पर अवैध संबंधों के संदेह में बनाई गई थी। जानें इस सनसनीखेज मामले की पूरी कहानी और कैसे पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा।
 

शिवानी वर्मा की हत्या का मामला


नई दिल्ली: अररिया जिले में 3 दिसंबर को शिक्षिका शिवानी वर्मा की हत्या एक गलत पहचान के कारण हुई है। पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि जिस महिला शिक्षक को निशाना बनाया जाना था, वह उस दिन स्कूल नहीं गई थी। 25 वर्षीय शिवानी वर्मा, जो उसी स्कूटी से स्कूल आती-जाती थीं, को शूटरों ने गलती से असली टारगेट समझकर गोली मार दी। यह हत्या एक महिला के पति पर अवैध संबंधों के संदेह के चलते की गई थी।


हत्या की योजना का खुलासा

पुलिस ने इस मामले में दो शूटरों और मुख्य साजिशकर्ता महिला को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से हत्या में इस्तेमाल किया गया कट्टा और बाइक भी बरामद की गई है।


घटना का विवरण


3 दिसंबर को, शिवानी वर्मा स्कूटी पर स्कूल जा रही थीं, तभी बाइक सवार दो बदमाशों ने उन पर हमला किया। उन्होंने पीछे से गर्दन में गोली मारी। स्थानीय लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।


असली टारगेट की पहचान

असली टारगेट कौन था?


पुलिस के अनुसार, हुश्न आरा नाम की महिला ने अपने पति के कथित अवैध संबंधों के संदेह में एक महिला शिक्षिका की हत्या की सुपारी दी थी। दोनों शिक्षिकाएं एक ही स्कूटी का उपयोग करती थीं। शूटरों ने हत्या से एक दिन पहले रेकी की थी, लेकिन असली टारगेट उस दिन छुट्टी पर थी। गलती से शिवानी को गोली मार दी गई।


SIT की जांच और गिरफ्तारी

SIT की जांच का परिणाम


फारबिसगंज SDPO के नेतृत्व में एक SIT का गठन किया गया। टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की और तकनीकी तरीके से आरोपियों की पहचान की। पुलिस ने मोहम्मद मारिफ, मोहम्मद सोहेल और साजिशकर्ता हुश्न आरा को गिरफ्तार किया।


पूछताछ में तीनों ने हत्या की साजिश में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। मारिफ की निशानदेही पर पुलिस ने कट्टा और बाइक बरामद की।


हत्या की साजिश का कारण

हत्या की योजना क्यों बनाई गई?


जांच में यह पता चला कि हुश्न आरा को शक था कि उसके पति मोहम्मद साकिर का एक शिक्षिका के साथ अवैध संबंध है। इसी संदेह के चलते उसने दो युवकों के साथ मिलकर उस महिला शिक्षिका को मारने की योजना बनाई।



  • हत्या की सुपारी 3 लाख रुपये में तय की गई थी।


  • शूटरों को शिक्षिका का नाम, स्कूटी का रंग, नंबर और रोज का रूट पूरी जानकारी के साथ दिया गया था।


  • गलती से उसी स्कूटी से जा रही शिवानी वर्मा को गोली मार दी गई।