×

असम में भाजपा को बड़ा झटका: पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेन गोहेन का इस्तीफा

असम में भाजपा को एक बड़ा झटका लगा है जब पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेन गोहेन ने पार्टी से इस्तीफा देकर असम जातीय परिषद में शामिल होने का निर्णय लिया। गोहेन, जो चार बार सांसद रह चुके हैं, ने भाजपा के नेतृत्व पर सवाल उठाए और असम के मूल निवासियों की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की। इस घटनाक्रम से आगामी विधानसभा चुनावों पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। जानें इस राजनीतिक बदलाव के पीछे की कहानी और इसके संभावित परिणाम।
 

राजेन गोहेन का पार्टी छोड़ना

नई दिल्ली। असम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को एक महत्वपूर्ण झटका लगा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और चार बार के सांसद राजेन गोहेन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। गोहेन ने अपने समर्थकों के साथ गुवाहाटी में असम जातीय परिषद में शामिल होने का निर्णय लिया। इस अवसर पर एजीपी के अध्यक्ष लुरिनज्योति गोगोई और अन्य पार्टी नेता भी उपस्थित थे। गोहेन का भाजपा से बाहर होना असम में पार्टी के लिए एक गंभीर चुनौती है, खासकर जब विधानसभा चुनाव अगले साल होने वाले हैं।


असम जातीय परिषद की युवा शाखा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा कि राजेन गोहेन का पार्टी में शामिल होना एक ऐतिहासिक क्षण है। इससे पहले, गोहेन ने भाजपा से अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया था। वह भाजपा में एक प्रमुख नेता रहे हैं और असम में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का पद भी संभाल चुके हैं। अगस्त 2023 में नागांव संसदीय क्षेत्र के परिसीमन पर असंतोष व्यक्त करते हुए, उन्होंने असम खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम लिमिटेड के अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दिया। गोहेन 1999 से मध्य असम के नागांव निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे और 2014 तक लगातार चार बार सांसद बने। परिसीमन के बाद, नागांव अब अल्पसंख्यक बहुल सीट बन गई है। उन्होंने असम के मूल निवासियों की सुरक्षा को लेकर राज्य भाजपा नेतृत्व और सरकार पर भी सवाल उठाए हैं। इस बीच, सत्तारूढ़ भाजपा मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है, जो 2026 में होने की संभावना है। हालांकि, चुनाव आयोग ने अभी तक चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं की है।