उत्तर प्रदेश में नए एक्सप्रेसवे का उद्घाटन, विकास की नई दिशा
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का उद्घाटन
UP News: गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के साथ, उत्तर प्रदेश अब देश का सबसे अधिक एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे वाला राज्य बन गया है। इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 91 किलोमीटर है और इसके निर्माण में लगभग 7200 करोड़ रुपये का खर्च आया है। इस परियोजना के लिए 22 हजार किसानों से 1100 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया। एक्सप्रेसवे के निर्माण से पूर्वांचल क्षेत्र के विकास को नई गति मिलेगी और यहां की सड़कें बेहतर तरीके से जुड़ेंगी।
गंगा एक्सप्रेसवे का महत्व
594 किलोमीटर लंबा गंगा एक्सप्रेसवे बदलेगा यूपी की तस्वीर!
उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण तेजी से चल रहा है। यह एक्सप्रेसवे लगभग 594 किलोमीटर लंबा होगा। इसके पूरा होने पर, उत्तर प्रदेश देश के एक्सप्रेसवे नेटवर्क में 62% हिस्सेदारी रखेगा। यह एक्सप्रेसवे राज्य के कई प्रमुख शहरों को जोड़ने का कार्य करेगा, जिससे पूर्वांचल और बुंदेलखंड जैसे क्षेत्रों में सड़क कनेक्टिविटी में सुधार होगा। इसके निर्माण से इन क्षेत्रों में विकास की गति तेज होगी और स्थानीय लोगों को अन्य शहरों तक पहुंचने में आसानी होगी।
उत्तर प्रदेश में चालू एक्सप्रेसवे
अब तक शुरू हो चुके हैं 7 एक्सप्रेसवे
उत्तर प्रदेश में अब तक 7 एक्सप्रेसवे चालू हो चुके हैं, जिनमें गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे सबसे नया है। इसके अलावा, राज्य के पिछड़े क्षेत्रों जैसे पूर्वांचल, बुंदेलखंड और तराई को भी एक्सप्रेसवे नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है। यह कदम राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और इन क्षेत्रों की आर्थिक स्थिति में सुधार की संभावना है।
देश के एक्सप्रेसवे नेटवर्क में यूपी की हिस्सेदारी
62% तक पहुंचेगा देश का एक्सप्रेसवे नेटवर्क
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के अनुसार, वर्तमान में देश में लगभग 2900 किलोमीटर लंबे एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे हैं, जिनमें से 1200 किलोमीटर से अधिक केवल यूपी में हैं। जब गंगा एक्सप्रेसवे पूरी तरह से तैयार होगा, तो यह आंकड़ा और बढ़ेगा, जिससे उत्तर प्रदेश देश के कुल एक्सप्रेसवे नेटवर्क का 62% से अधिक हिस्सा अपने पास रखेगा। इस प्रकार, यूपी देश में सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे नेटवर्क वाला राज्य बन जाएगा, जो विकास और तेज कनेक्टिविटी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।