कैथल में धान की आवक पर उठे सवाल, जांच की मांग
कैथल में धान की बढ़ती आवक
कैथल। इस समय कैथल जिले में यूपी और बिहार से धान से भरे ट्रकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि ये ट्रक विभिन्न राइस मिलों के लिए भेजे जा रहे हैं, ताकि जिन मिलों में धान की कमी है, वहां की जरूरत पूरी की जा सके। करनाल-कैथल सीमा के पास रसीना गांव में रोजाना ऐसे ट्रकों का आना देखा जा रहा है, जहां पुलिस ने नाका भी लगाया है। इसके बावजूद, शहर की कई मिलों में इन ट्रकों का पहुंचना गंभीर प्रश्न खड़ा करता है।
मिलों में धान की आपूर्ति पर सवाल
नई मंडी, आईटीआई रोड, जींद रोड, पूंडरी और चीका क्षेत्र की राइस मिलों के सामने ऐसे ट्रक खड़े देखे जा रहे हैं। यह संदेह है कि मिल संचालक भौतिक सत्यापन (पीवी) से पहले सस्ता धान मंगवाकर स्टॉक बढ़ा रहे हैं, ताकि जांच के समय कोई गड़बड़ी न पकड़ी जाए। यह सवाल भी उठता है कि नाकों के बावजूद ये ट्रक शहर में कैसे प्रवेश कर रहे हैं।
सरकारी आंकड़े और जांच की स्थिति
इस सीजन में अब तक 8,93,480 मीट्रिक टन (एमटी) पीआर धान की आवक हुई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग एक लाख एमटी अधिक है। सरकार ने संभावित घोटाले की आशंका को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं, लेकिन करनाल, कुरुक्षेत्र और यमुनानगर में कार्रवाई के बाद कैथल में जांच ठप बताई जा रही है। छोटे से लेकर बड़े अधिकारियों तक सभी चुप्पी साधे हुए हैं।
भाकियू का आरोप
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रतन मान ने कहा कि इस बार पीआर की झाड़ पिछले वर्ष की तुलना में प्रति एकड़ 10–15 क्विंटल कम हुई है, जबकि मंडियों में आवक उससे कहीं अधिक दिख रही है। कई मिलों में धान गया ही नहीं, फिर भी गेटपास काट दिए गए।
राइस मिल एसोसिएशन का जवाब
प्रदेश राइस मिलर एंड डीलर्स एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष अमरजीत छाबड़ा ने कहा कि भौतिक सत्यापन एक नियमित प्रक्रिया है और राइस मिल संचालक इसमें पूरा सहयोग देंगे। सभी मिलें नियमों के अनुरूप काम कर रही हैं। जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वे पूरी तरह बेबुनियाद हैं।
जिले की मंडियों में आवक का विवरण
अमोली: 9950 एमटी आवक, 9950 खरीद। भागल: 3026 आवक, 3026 खरीद। चीका: 306439 आवक, 305941 खरीद। ढांड: 154275 आवक, 153630 खरीद। धनौरी: 4425 आवक, 4425 खरीद। एक्सटेंशन मंडी: 88638 आवक, 88638 खरीद। कलायत: 17754 आवक, 17303 खरीद। कौल: 13119 आवक, 13119 खरीद। नई मंडी: 106504 आवक, 106449 खरीद। पुरानी मंडी: 8716 आवक, 8716 खरीद। पाई: 12622 आवक, 12622 खरीद। पुंडरी: 96106 आवक, 96100 खरीद। राजौंद: 14915 आवक, 14915 खरीद। रामथली: 32937 आवक, 32937 खरीद। सीवन: 24109 आवक, 24109 खरीद। (आंकड़े एमटी में, शाम साढ़े तीन बजे तक के।)
आवक की असामान्य स्थिति
हाल ही में डीएफएससी (डिप्टी फूड एंड सप्लाइज कंट्रोलर) द्वारा मंडी सचिवों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि कृषि विभाग के अनुसार ग्रेड-ए धान की उपज कम है, जबकि आवक अपेक्षा से अधिक दर्ज की जा रही है। यह गंभीर विषय है। पत्र में निर्देश दिए गए हैं कि मंडियों में निगरानी बढ़ाई जाए, आवक की वीडियोग्राफी कराई जाए और दूसरे राज्यों से धान आने पर सख्ती बरती जाए।