कोलंबिया में पुलिस हेलिकॉप्टर पर ड्रोन हमला: आठ पुलिसकर्मियों की मौत
कोलंबिया में खतरनाक ड्रोन हमला
गुरुवार को कोलंबिया में एक पुलिस हेलिकॉप्टर पर एक गंभीर हमला हुआ, जिसमें आठ पुलिसकर्मियों की जान चली गई और आठ अन्य घायल हुए। यह घटना तब हुई जब हेलिकॉप्टर एंटिओकिया क्षेत्र में कोका की फसलों को नष्ट करने के लिए पुलिस दल को ले जा रहा था।
ड्रोन से हुआ हमला, वीडियो में कैद
कोलंबियाई राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि हेलिकॉप्टर को एक ड्रोन द्वारा निशाना बनाया गया। जैसे ही हेलिकॉप्टर कोका की फसल के ऊपर से गुजर रहा था, ड्रोन ने हमला किया, जिससे उसमें आग लग गई और वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया है, जिसमें हेलिकॉप्टर के गिरने और आसमान में काले धुएं के गुबार उठने का दृश्य देखा जा सकता है।
गल्फ क्लान और FARC पर आरोप
शुरुआत में राष्ट्रपति पेट्रो ने इस हमले के लिए 'गल्फ क्लान' नामक ड्रग माफिया संगठन को जिम्मेदार ठहराया, यह कहते हुए कि यह एक प्रतिशोध था, क्योंकि हाल ही में पुलिस ने उनके द्वारा की गई कोकीन की बड़ी मात्रा में जब्ती की थी। लेकिन बाद में उन्होंने पूर्व FARC विद्रोही गुटों को भी इस हमले के पीछे बताया। FARC, जो एक पुराना उग्रवादी संगठन है, अब भी सक्रिय है और नशीले पदार्थों की तस्करी में लिप्त है।
घायलों की स्थिति और जांच
घटना में घायल हुए आठ लोगों की स्थिति के बारे में अभी तक कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है। रक्षा मंत्री पेड्रो सांचेज़ ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि ड्रोन हमले के कारण हेलिकॉप्टर में आग लगी, जिससे यह दुर्घटना हुई। सरकार और सुरक्षा एजेंसियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों की पहचान करने का प्रयास कर रही हैं।
कोका की खेती की बढ़ती समस्या
कोलंबिया दुनिया का सबसे बड़ा कोकीन उत्पादक देश है, और वहां कोका की खेती लगातार बढ़ रही है। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में कोका की खेती का दायरा रिकॉर्ड 2,53,000 हेक्टेयर तक पहुंच गया है। यह स्थिति न केवल नशे के कारोबार को बढ़ावा दे रही है, बल्कि इससे हिंसा, माफिया गतिविधियों और अस्थिरता भी बढ़ रही है।
सुरक्षा पर सवाल और जनता की प्रतिक्रिया
इस हमले ने कोलंबिया में सुरक्षा व्यवस्था और ड्रग माफियाओं की बढ़ती ताकत पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जनता में डर और नाराजगी का माहौल है, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां FARC और गल्फ क्लान जैसे गिरोह सक्रिय हैं। सरकार पर दबाव है कि वह न केवल ड्रग तस्करी पर नियंत्रण करे, बल्कि अपने सुरक्षाकर्मियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करे।