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छठ पूजा पर बिहार जाने वाले यात्रियों के लिए रेलवे की नई छूट योजना

छठ पूजा के अवसर पर बिहार जाने वाले यात्रियों के लिए रेलवे ने एक नई छूट योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत, यदि यात्री एक साथ रिटर्न टिकट बुक करते हैं, तो उन्हें 20 प्रतिशत की छूट मिलेगी। यह छूट 13 अक्टूबर से 1 दिसंबर तक मान्य रहेगी। जानें इस योजना का लाभ कैसे उठाएं और रेलवे का उद्देश्य क्या है।
 

नई छूट योजना का विवरण

नई दिल्ली। छठ पूजा के अवसर पर बिहार जाने वाले यात्रियों के लिए रेलवे ने एक विशेष छूट की घोषणा की है। यदि यात्री एक साथ रिटर्न टिकट बुक करते हैं, तो उन्हें टिकट पर 20 प्रतिशत की छूट मिलेगी। यह छूट 13 अक्टूबर से 1 दिसंबर तक मान्य रहेगी। त्योहारों का समय आते ही ट्रेन टिकटों की मांग बढ़ जाती है, और इस दौरान दशहरा, दिवाली और छठ पूजा के लिए बिहार-यूपी और अन्य राज्यों की ट्रेनों की बुकिंग महीनों पहले ही फुल हो जाती है। लेकिन इस बार रेलवे ने यात्रियों के लिए एक नई सुविधा पेश की है।

रेलवे के नए नियम के तहत, राउंड ट्रिप पैकेज योजना में यात्रियों को एक साथ टिकट बुक करने पर किराए में 20 प्रतिशत की बचत का अवसर मिलेगा। हालांकि, इसमें कोई बदलाव या रिफंड का विकल्प नहीं होगा, इसलिए यात्रियों को यात्रा की तारीखें पहले से तय करनी होंगी।
इस योजना के अंतर्गत, यदि यात्री अपने जाने और लौटने के टिकट एक साथ बुक करते हैं, तो रिटर्न टिकट के बेस किराए में 20 प्रतिशत की छूट मिलेगी।
रेलवे का कहना है कि त्योहारों के दौरान अधिकतर ट्रेनें एक दिशा में पूरी तरह भर जाती हैं, जबकि दूसरी दिशा में कई सीटें खाली रह जाती हैं। उदाहरण के लिए, दिवाली के समय दिल्ली से पटना जाने वाली ट्रेनें पूरी तरह भर जाती हैं, लेकिन पटना से दिल्ली लौटने वाली ट्रेनों में सीटें खाली होती हैं। यह योजना यात्रियों को दोनों दिशाओं में यात्रा बुक करने के लिए प्रोत्साहित करेगी, जिससे ट्रेनों का संतुलित उपयोग हो सके।

योजना का लाभ कैसे उठाएं
योजना के तहत, सबसे पहले यात्री को जाने का टिकट बुक करना होगा, जिसकी यात्रा की तारीख 13 अक्टूबर से 26 अक्टूबर 2025 के बीच होगी। इसके बाद वापसी का टिकट उसी बुकिंग कनेक्शन से बुक करना होगा, जिसकी यात्रा की तारीख 17 नवंबर से 1 दिसंबर 2025 के बीच होगी। रिटर्न टिकट पर बेस फेयर में 20% की छूट दी जाएगी। उदाहरण के लिए, यदि दिल्ली से पटना का बेस फेयर 800 रुपये है, तो वापसी का किराया 640 रुपये हो जाएगा।

रेलवे का उद्देश्य
रेलवे बोर्ड के निदेशक (पैसेंजर मार्केटिंग) प्रवीन कुमार के अनुसार, यह एक प्रयोगात्मक योजना है। इसका उद्देश्य त्योहारों के समय भीड़ को फैलाना, बुकिंग को सरल बनाना और ट्रेनों का दोनों दिशाओं से बेहतर उपयोग करना है। इस प्रकार, एक दिशा में टिकट की कमी और दूसरी दिशा में खाली सीटों की समस्या का समाधान किया जा सकेगा।