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जिनद में एडीजीपी आत्महत्या मामले की निष्पक्ष जांच की मांग

जिनद में एडीजीपी वाई पूर्ण कुमार की आत्महत्या के मामले पर खाप पंचायत ने एक बैठक आयोजित की। इस बैठक में खाप चौधरियों ने निष्पक्ष जांच की मांग की और कहा कि दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने जातीय रंग देकर भाईचारे को खराब करने की कोशिशों की निंदा की। जानें इस मामले में और क्या चर्चा हुई और खापों ने क्या निर्णय लिया।
 

खाप पंचायत में एडीजीपी आत्महत्या मामले पर चर्चा


जिनद में सोमवार को एक खाप पंचायत का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता देवव्रत ढांडा ने की। इस पंचायत में कई खापों के चौधरियों और अन्य सम्मानित व्यक्तियों ने भाग लिया। एडीजीपी वाई पूर्ण कुमार की आत्महत्या के मामले पर चर्चा की गई। इस चर्चा से पहले मृतक की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। खाप चौधरियों ने स्पष्ट किया कि दोषियों को सजा मिलनी चाहिए और निर्दोषों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए। जांच को निष्पक्ष और बिना किसी दबाव के होना चाहिए।


जांच की निष्पक्षता पर जोर

खाप चौधरियों ने कहा कि कुछ लोग जातीय रंग देकर भाईचारे को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं, जो गलत है। देवव्रत ढांडा ने कहा कि खापों की संवेदनाएं वाई पूर्ण परिवार के साथ हैं। मामले की उच्च स्तरीय जांच चल रही है, जो बिना दबाव के निष्पक्ष होनी चाहिए। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी की कोई जाति नहीं होती, वह राष्ट्रहित में कार्य करता है।


भाईचारे को बनाए रखने की अपील

जाट शिक्षण संस्थाओं के पूर्व अध्यक्ष ईश्वर सिंह रेढू ने कहा कि यदि इतने बड़े अधिकारी ने आत्महत्या की है, तो छोटे लोगों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जांच से पहले किसी की गिरफ्तारी नहीं होनी चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। भाईचारे को बनाए रखना सबसे महत्वपूर्ण है।


जांच की दिशा पर चिंता

जाट धर्मार्थ सभा के अध्यक्ष फूलकुमार मोर ने कहा कि जांच को भटकने नहीं देना चाहिए और यह निष्पक्ष होनी चाहिए। एक अधिकारी के ट्रांसफर से लोग भ्रमित हैं। जांच चंडीगढ़ पुलिस द्वारा की जा रही है। जातिवाद में न फंसकर भाईचारे को खराब न करें। दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। इस अवसर पर कई खाप और सम्मानित लोग उपस्थित थे।