जींद में 35 करोड़ की पेयजल परियोजना से पांच गांवों को मिलेगा नहरी पानी
जलघर और हांसी ब्रांच का निरीक्षण
- उपमंडल अभियंता ने ईक्कस जलघर व हांसी ब्रांच का किया निरीक्षण
जींद। जींद शहर के निकट स्थित पांच गांवों में 35 करोड़ 87 लाख की पेयजल परियोजना के तहत नहरी पानी की आपूर्ति जल्द शुरू की जाएगी। इस परियोजना पर कार्य तेजी से चल रहा है। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के उपमंडल अभियंता रणबीर सिंह ने शुक्रवार को गांव ईक्कस के जलघर और हांसी ब्रांच का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने गांव ईंटलकलां में ग्राम पंचायत और ग्रामीणों से बातचीत की। इस दौरान जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जिला सलाहकार रणधीर मताना, ईंटलकलां के सरपंच रामनिवास और अन्य विभागीय कर्मचारी भी उपस्थित थे।
जल का महत्व
उपमंडल अभियंता ने कहा कि जल जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसलिए विभाग की जिम्मेदारी है कि हर उपभोक्ता तक साफ और स्वच्छ जल पहुंचाया जाए। इसके लिए विभाग समय-समय पर उपभोक्ताओं की मांग के अनुसार नए जलघर, बूस्टर, नए ट्यूबवेल और पेयजल पाइपलाइन का कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि जींद के विभिन्न गांवों में कई योजनाओं के तहत पेयजल आपूर्ति से संबंधित कार्य तेजी से चल रहे हैं।
इस परियोजना में ईंटलकलां, ईंटल खुर्द और जलालपुर कलां में तीन नए जलघर बनाए जाएंगे, जबकि संगतपुरा और जाजवान गांव में जलघर का सुधार किया जाएगा। इन पांचों गांवों को एक स्थान से रिवर्स वाटर लिफ्टिंग के माध्यम से जल आपूर्ति की जाएगी।
जल संरक्षण अभियान
ईक्कस में जलघर का निर्माण किया गया है, जहां हांसी ब्रांच से पानी लिया जाएगा और इसे पांचों गांवों में पहुंचाया जाएगा। इससे ग्रामीणों की पेयजल से संबंधित समस्याओं का समाधान होगा। इस अवसर पर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जिला सलाहकार रणधीर मताना ने ग्रामीणों को बताया कि जिले के कई गांवों में जल संरक्षण के लिए जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की संयुक्त टीम द्वारा जल संरक्षण अभियान चलाया जा रहा है।
इस अभियान के तहत बिना टेप वाले कनेक्शन धारकों को पहले नोटिस दिया जाता है और फिर उनके कनेक्शन काटे जाते हैं। अवैध तरीके से लगाए गए कृषि और सब्जी के कनेक्शन भी काटे जा रहे हैं। उपभोक्ताओं द्वारा लगाए गए आधा इंच से अधिक साइज के कनेक्शन, एक ही घर में एक से अधिक कनेक्शन और अस्वच्छ कनेक्शन धारकों को पहले नोटिस दिया जाता है और फिर उनके कनेक्शन काटे जाते हैं।
ईंटलकलां के सरपंच रामनिवास ने कहा कि जलघर के लिए आवश्यक भूमि ग्राम पंचायत द्वारा उपलब्ध करवा दी गई है।
क्लोरिन की जांच
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के खंड समन्वयक अपने-अपने क्षेत्रों में घर-घर जाकर पेयजल आपूर्ति में क्लोरिनेशन की जांच कर रहे हैं। खंड नरवाना में सुरेंद्र कुमार, सफीदों में बलवान सिंह आर्य, पिल्लूखेड़ा में सुरेंद्र दुग्गल, जींद में दिनेश मलिक, अलेवा में ईश्वर लोहान, उचाना में कुशल शर्मा और जुलाना में सोमलता सैनी जल संरक्षण और स्वच्छता के लिए अभियान चला रहे हैं।
इस माध्यम से उपभोक्ताओं को पेयजल की जांच के बारे में जानकारी दी जा रही है ताकि वे आश्वस्त हो सकें कि विभाग द्वारा प्रदान किया जाने वाला पानी स्वच्छ और पीने योग्य है।