जैसलमेर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास: एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं जल्द होंगी उपलब्ध
जैसलमेर रेलवे स्टेशन का विकास कार्य अंतिम चरण में
राजस्थान समाचार : अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत उत्तर-पश्चिम रेलवे द्वारा जैसलमेर रेलवे स्टेशन पर चल रहे लगभग 140 करोड़ रुपये के विकास कार्य अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुके हैं। जोधपुर मार्ग पर स्थित इस स्टेशन की बाहरी और आंतरिक संरचना में व्यापक बदलाव किए गए हैं। विशाल प्रवेश द्वारों, प्लेटफार्मों पर छतों, लिफ्टों, एस्कलेटरों और विद्युतीकरण के कार्यों के साथ, यह स्टेशन अब एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं प्रदान करने के लिए तैयार है।
कार्य की प्रगति और समय सीमा
इस कार्य को पिछले दो वर्षों से चलाया जा रहा है और इसे जुलाई या अगस्त में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। रेलवे के सूत्रों के अनुसार, अधिकांश निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, और अब केवल आंतरिक सजावट और कुछ तकनीकी कार्य बाकी हैं। जैसलमेर के निवासी इस विकास कार्य के पूर्ण होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
विशाल पुनर्विकास कार्य
48 हजार वर्गफीट में चल रहा कार्य
जैसलमेर रेलवे स्टेशन पर 140 करोड़ रुपये की लागत से 48,000 वर्गफीट से अधिक क्षेत्र में पुनर्विकास का कार्य किया जा रहा है। इसमें जैसलमेरी पत्थर से बने बहुमंजिला भवन और आधुनिक प्लेटफार्म शामिल हैं।
नई सुविधाएं और विकास
जैसलमेर स्टेशन को उत्तर पश्चिम रेलवे जोधपुर मंडल के 15 स्टेशनों में शामिल किया गया है, जहां अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विकास कार्य चल रहे हैं। इसके अलावा, 52 करोड़ रुपये की लागत से ट्रेन अनुरक्षण डिपो का निर्माण भी किया जाएगा।
यात्री सुविधाओं का विस्तार
पुनर्विकसित स्टेशन में कई आधुनिक यात्री सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जैसे कि लैंडस्केपिंग, अलग-अलग प्रवेश और निकासी द्वार, पार्किंग की सुविधा, विशाल प्रवेश हॉल, वेटिंग रूम, और दिव्यांगजन अनुकूल सुविधाएं।
नई ट्रेनों की उम्मीद
नई ट्रेनों का सपना होगा साकार
जैसलमेर स्टेशन पर नए निर्माणों के साथ, लंबी दूरी की नई ट्रेनों की शुरुआत की संभावना भी बढ़ गई है। यहां हर साल लाखों सैलानी आते हैं, और यह स्थान सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों के लिए भी महत्वपूर्ण है।
कार्य की समय सीमा
जल्द पूरा होगा काम
जैसलमेर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास कार्य अब अंतिम चरण में है, और इसे जुलाई या अगस्त तक पूरा करने का लक्ष्य है। इस बड़े पैमाने पर कार्य के बाद नई ट्रेनों की शुरुआत की भी उम्मीद की जा सकती है।