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झारखंड की ऐतिहासिक उपलब्धि: उपराष्ट्रपति बने सीपी राधाकृष्णन

सीपी राधाकृष्णन की उपराष्ट्रपति के रूप में जीत ने झारखंड के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर स्थापित किया है। अब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन दोनों ही झारखंड के पूर्व राज्यपाल रह चुके हैं। इस उपलब्धि पर राजनीतिक हलकों में खुशी का माहौल है, जहां नेताओं ने इसे राज्य के लिए गर्व का क्षण बताया है। जानें इस ऐतिहासिक पल के बारे में और कैसे यह झारखंड की पहचान को और मजबूत करेगा।
 

झारखंड की नई उपलब्धि

झारखंड की नई उपलब्धि: सीपी राधाकृष्णन ने देश के उपराष्ट्रपति के चुनाव में जीत हासिल की है, जिससे झारखंड के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर जुड़ गया है। अब देश के दो प्रमुख संवैधानिक पद, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति, उन व्यक्तियों के पास हैं जो पहले झारखंड के राज्यपाल रह चुके हैं। द्रौपदी मुर्मू और सीपी राधाकृष्णन की यह यात्रा राज्य के लिए गर्व का क्षण बन गई है.


राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का झारखंड से संबंध

वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू झारखंड की 9वीं राज्यपाल रह चुकी हैं। उनकी सरलता और प्रभावी नेतृत्व ने उन्हें देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचाया। वहीं, हाल ही में एनडीए के उम्मीदवार के रूप में उपराष्ट्रपति बने सीपी राधाकृष्णन झारखंड के 11वें राज्यपाल रहे। उनके कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाएं घटित हुईं, जिनमें हेमंत सोरेन का जेल जाना और चंपाई सोरेन का मुख्यमंत्री बनना शामिल हैं.


प्रशासनिक सुधार और शिक्षा में बदलाव

प्रशासनिक सुधार और शिक्षा में बदलाव

सीपी राधाकृष्णन को उनके सख्त प्रशासनिक दृष्टिकोण और शिक्षा में सुधार के लिए जाना जाता है। उन्होंने संवैधानिक अधिकारों का उपयोग करते हुए कई महत्वपूर्ण विधेयकों को कानूनी सलाह के बाद राज्य सरकार को वापस भेजा। इनमें 1932 के खतियान आधारित स्थानीयता नीति और आरक्षण सीमा बढ़ाने जैसे महत्वपूर्ण विधेयक शामिल थे। इसके अलावा, वित्त विधेयक और कोर्ट फीस संशोधन विधेयक को भी मंजूरी दी गई.


उपराष्ट्रपति बनने पर खुशी का माहौल

उपराष्ट्रपति बनने पर खुशी का माहौल

इस उपलब्धि पर राजनीतिक और सामाजिक हलकों में खुशी का माहौल है। विश्व हिंदू परिषद के झारखंड-बिहार क्षेत्र मंत्री डॉ. वीरेंद्र साहू ने कहा कि उपराष्ट्रपति के रूप में देश को उत्कृष्ट नेतृत्व मिलेगा। पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने बधाई देते हुए कहा कि यह झारखंड के लिए गर्व की बात है कि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति दोनों का संबंध राज्य की धरती से है। उन्होंने विश्वास जताया कि राधाकृष्णन का अनुभव लोकतांत्रिक परंपराओं को और मजबूत करेगा। विधायक सीपी सिंह ने भी खुशी व्यक्त की और कहा कि राधाकृष्णन के संवैधानिक अनुभव का लाभ पूरे देश को मिलेगा। उन्होंने इसे झारखंड के लिए सौभाग्य का क्षण बताया कि एक ही राज्य से जुड़े दो नेताओं ने देश के सर्वोच्च पदों तक पहुंच बनाई है.