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तेलंगाना में मुन्नेरु नदी के बाढ़ के खतरे को लेकर चिंता बढ़ी

तेलंगाना के खम्मम शहर में मानसूनी बारिश ने मुन्नेरु नदी में बाढ़ के खतरे को फिर से उजागर किया है। पिछले साल आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई थी, जिसके बाद सुरक्षा दीवार का निर्माण शुरू हुआ था। हालांकि, निर्माण की धीमी गति ने स्थानीय निवासियों में चिंता बढ़ा दी है। वे डरते हैं कि यदि इस वर्ष भी भारी बारिश हुई और दीवार का निर्माण पूरा नहीं हुआ, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। जानें इस मुद्दे पर और क्या हो रहा है।
 

खम्मम में बाढ़ का खतरा

तेलंगाना के खम्मम शहर में हाल ही में हुई मानसूनी बारिश ने मुन्नेरु नदी में बाढ़ की आशंका को फिर से जगा दिया है। पिछले वर्ष आई भीषण बाढ़ ने शहर में व्यापक नुकसान पहुंचाया था, जिसके बाद नदी के किनारे एक सुरक्षा दीवार का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। हालांकि, इस दीवार का निर्माण धीमी गति से चल रहा है, जिससे स्थानीय निवासियों में चिंता बढ़ गई है।
पिछले साल की बाढ़ ने खम्मम के निवासियों को गंभीर नुकसान पहुंचाया था। सरकार ने वादा किया था कि भविष्य में ऐसी आपदाओं से बचने के लिए मुन्नेरु नदी के किनारे एक मजबूत सुरक्षा दीवार बनाई जाएगी। इस परियोजना के लिए 369 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया था, जिसमें 80% केंद्र सरकार और 20% राज्य सरकार का योगदान था। निर्माण कार्य जनवरी में शुरू हुआ था और इसे एक वर्ष के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था।
हालांकि, अब तक इस दीवार का केवल 20% काम ही पूरा हो पाया है, जिससे स्थानीय लोगों में डर और चिंता बढ़ रही है, खासकर जब मानसून की पहली बारिश शुरू हो चुकी है। नदी के किनारे रहने वाले लोग सबसे अधिक चिंतित हैं, क्योंकि पिछले वर्ष उन्हें सबसे अधिक नुकसान उठाना पड़ा था। उनका मानना है कि यदि इस वर्ष भी भारी बारिश हुई और दीवार का निर्माण पूरा नहीं हुआ, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
मुन्नेरु नदी खम्मम के निकट बहती है और मानसून के दौरान इसका जलस्तर अक्सर बढ़ जाता है। स्थानीय अधिकारियों से अपील की जा रही है कि वे निर्माण कार्य में तेजी लाएं ताकि संभावित बाढ़ के खतरे को टाला जा सके और खम्मम के निवासियों को सुरक्षित रखा जा सके।