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दिल्ली में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का सामूहिक करवाचौथ उत्सव

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने ‘मुख्यमंत्री जनसेवा सदन’ में सामूहिक करवाचौथ पर्व मनाने की योजना बनाई है। यह आयोजन महिलाओं के लिए एक विशेष अवसर होगा, जिसमें विभिन्न संगठनों से जुड़ी महिलाएं शामिल होंगी। कार्यक्रम में पारंपरिक पूजन के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन भी किया जाएगा, जो महिलाओं के बीच आपसी स्नेह और सहयोग को बढ़ावा देगा। मुख्यमंत्री का यह कदम दिल्ली में इस पर्व की गरिमा को और बढ़ाने का कार्य करेगा।
 

मुख्यमंत्री का विशेष आयोजन

नई दिल्ली - दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता शुक्रवार को ‘मुख्यमंत्री जनसेवा सदन’ में सामूहिक रूप से करवाचौथ का पर्व मनाने जा रही हैं। यह उनके मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए पहला ऐसा अवसर है, जो विशेष महत्व रखता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पर्व को लेकर वह उत्साहित हैं, क्योंकि यह भारतीय महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो पति की लंबी उम्र और परिवार की सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।


महिलाओं की भागीदारी

इस विशेष आयोजन में विभिन्न संगठनों से जुड़ी महिलाएं, महिला विधायक, सांसदों की पत्नियां, महिला अधिकारी और उनके परिवार की महिलाएं शामिल होंगी। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि पिछले 15 वर्षों से वह अपने क्षेत्र में इस पर्व का आयोजन करती आ रही हैं। इस कार्यक्रम में महिलाओं की भागीदारी केवल धार्मिक अनुष्ठान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आपसी स्नेह, सहयोग और सामाजिक जुड़ाव का अवसर भी प्रदान करता है। ऐसे कार्यक्रम महिलाओं के सामूहिक सशक्तिकरण और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देते हैं।


सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार करवाचौथ का पर्व मनाने का यह अवसर अद्वितीय होगा। यहां पारंपरिक व्रत और पूजन के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम, कथा वाचन और पारंपरिक गीतों का आयोजन भी किया जाएगा। इस आयोजन में अपनापन, गरिमा और सौहार्द की झलक देखने को मिलेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि करवाचौथ केवल व्यक्तिगत श्रद्धा का पर्व नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और महिलाओं के सामूहिक उत्साह का प्रतीक भी है। सामूहिक आयोजन के माध्यम से यह संदेश जाता है कि परंपरा और आधुनिक जीवन के बीच संतुलन बनाए रखा जा सकता है।


महिलाओं के लिए एक विशेष अवसर

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि इस विशेष आयोजन में शामिल महिलाओं को सांस्कृतिक और आध्यात्मिक अनुभव मिलेगा, साथ ही यह उनके लिए सामाजिक जुड़ाव और सम्मान का भी अवसर साबित होगा। उनका यह कदम दिल्ली में करवाचौथ पर्व की गरिमा और महत्व को और बढ़ाने वाला है।