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धनबाद में अवैध कोयला खनन के दौरान बड़ा हादसा, 10 से अधिक मजदूरों के दबने की आशंका

झारखंड के धनबाद जिले में अवैध कोयला खनन के चलते एक बड़ा हादसा हुआ है, जिसमें 10 से अधिक श्रमिकों के दबने की आशंका है। घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है, और वे प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ता सरयू रॉय ने इस घटना की जानकारी दी है, जिसमें माफिया की संलिप्तता का आरोप लगाया गया है। ग्रामीणों ने मांग की है कि बचाव कार्य को तेज किया जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
 

धनबाद में खनन हादसा

झारखंड के धनबाद जिले के बाघमारा प्रखंड के केसरगढ़ क्षेत्र में अवैध कोयला खनन के चलते एक गंभीर दुर्घटना हुई है। मंगलवार रात को बीसीसीएल ब्लॉक 2 के शिव मंदिर के पास चाल धंसने से 10 से ज्यादा श्रमिकों के दबने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, प्रशासन ने अभी तक इस घटना की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।


सामाजिक कार्यकर्ता सरयू रॉय ने इस घटना के बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए लिखा, "बाघमारा, धनबाद के जमुनिया क्षेत्र में अवैध खनन के चलते चाल धंसने से 9 श्रमिकों की मृत्यु हो गई।" उन्होंने आगे कहा कि अवैध खनन माफिया मृतकों के शवों को छिपाने में जुटे हैं और उन्होंने धनबाद के एसएसपी को इस बारे में सूचित किया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, चुनचुन नामक खनन माफिया प्रभावशाली संरक्षण में अवैध खनन कर रहा था।


इस घटना की जानकारी मिलते ही केसरगढ़ और आस-पास के क्षेत्रों में हड़कंप मच गया। मृतकों और दबे हुए श्रमिकों के परिवार वाले घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े, लेकिन आरोप है कि कोयला माफिया से जुड़े लोगों ने उन्हें रोक दिया। इससे स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश उत्पन्न हुआ है। वे प्रशासन और माफिया की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।


ग्रामीणों का कहना है कि अवैध खनन के कारण पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। इस बार का हादसा एक बार फिर सिस्टम की नाकामी को उजागर करता है। राहत और बचाव कार्य की स्थिति अभी तक स्पष्ट नहीं है।


स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई नहीं की, जिससे मजदूरों को बचाने का अवसर कम हो गया है। ग्रामीणों ने मांग की है कि बचाव कार्य को तेज किया जाए और हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।