नागपुर में औद्योगिक हादसा: पानी के टैंक के फटने से तीन श्रमिकों की मौत
नागपुर में हुआ भयानक औद्योगिक हादसा
शुक्रवार की सुबह नागपुर में एक गंभीर औद्योगिक दुर्घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया। बुटीबोरी एमआईडीसी के फेज-2 में स्थित अवाडा सोलर प्लांट में एक बड़ा पानी का टैंक अचानक जोरदार धमाके के साथ फट गया। इस घटना में तीन श्रमिकों की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकि आठ से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए।
घायलों का उपचार शुरू
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस, अग्निशामक दल और अन्य आपातकालीन सेवाएं तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गईं। राहत और बचाव कार्य तेजी से आरंभ किया गया। मलबे में फंसे श्रमिकों को निकालने में काफी मेहनत करनी पड़ी। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां कुछ की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। हादसे के बाद पूरे प्लांट को खाली कर दिया गया ताकि किसी अन्य दुर्घटना से बचा जा सके।
जांच और सुरक्षा मानकों की समीक्षा
पुलिस ने मृतकों के शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जांच में टैंक के फटने के कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन तकनीकी खराबी या सुरक्षा मानकों की अनदेखी की आशंका जताई जा रही है। प्रशासन हर पहलू की जांच कर रहा है ताकि सच्चाई सामने आ सके।
औद्योगिक क्षेत्र में भय का माहौल
इस घटना के बाद आसपास के औद्योगिक क्षेत्र में भय का माहौल बन गया है। श्रमिकों और कर्मचारियों में डर और आक्रोश देखा जा रहा है। इस हादसे ने एक बार फिर औद्योगिक इकाइयों में श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों और श्रमिक संगठनों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि यदि जांच में किसी की लापरवाही सामने आती है, तो जिम्मेदार व्यक्तियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सुरक्षा मानकों की समीक्षा की जाएगी। यह हादसा औद्योगिक सुरक्षा के लिए एक चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है।