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पानीपत-गोरखपुर एक्सप्रेसवे: पूर्वांचल में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज

पानीपत-गोरखपुर एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए पूर्वांचल में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। इस परियोजना के अंतर्गत गोरखपुर-बस्ती मंडल के 133 गांवों में भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। एक्सप्रेसवे सिद्धार्थनगर से शुरू होकर कुशीनगर के हाटा तक पहुंचेगा। जानें इस परियोजना की लंबाई, सर्वे कार्य और संबंधित गांवों की जानकारी।
 

पानीपत-गोरखपुर एक्सप्रेसवे की तैयारियां


नई दिल्ली: पानीपत-गोरखपुर एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए पूर्वांचल में गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं। इस परियोजना के अंतर्गत गोरखपुर-बस्ती मंडल के 133 गांवों में भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। प्रस्तावित एक्सप्रेसवे सिद्धार्थनगर के बांसी से शुरू होकर संतकबीरनगर, गोरखपुर होते हुए कुशीनगर के हाटा तक पहुंचेगा।


भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया आरंभ कर दी है और चारों जिलों के जिलाधिकारियों को आवश्यक पत्र भेजे हैं। गोरखपुर मंडल में इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 86.24 किलोमीटर निर्धारित की गई है, जो कई तहसीलों और सैकड़ों किसानों की भूमि से होकर गुजरेगी।


सर्वे कार्य की शुरुआत

सूत्रों के अनुसार, एनएचएआई ने पानीपत-गोरखपुर एक्सप्रेसवे के लिए गोरखपुर-बस्ती मंडल में सर्वे कार्य शुरू कर दिया है। इस परियोजना के तहत:



  • सिद्धार्थनगर के बांसी क्षेत्र में 37 गांवों में 16.69 किमी,


  • संतकबीरनगर के मेंहदावल क्षेत्र में 29 गांवों में 22.5 किमी,


  • गोरखपुर तहसील सदर के 24 गांवों और कैंपियरगंज के 22 गांवों में 34.22 किमी,


  • कुशीनगर के हाटा क्षेत्र में 21 गांवों में 12.8 किमी सड़क का निर्माण किया जाएगा।


  • पानीपत-गोरखपुर एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 747 किलोमीटर होगी।



एक्सप्रेसवे का मार्ग

पानीपत-गोरखपुर एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 747 किलोमीटर प्रस्तावित है। यह सिद्धार्थनगर से आगे बलरामपुर, बहराइच और लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ होते हुए विकसित किया जाएगा।


संतकबीरनगर में 20.25 किमी के बाद 280 मीटर का क्षेत्र गोरखपुर में आएगा, फिर 1.98 किमी संतकबीरनगर का हिस्सा होगा। इसके बाद गोरखपुर जिले में एक्सप्रेसवे की लंबाई करीब 34 किलोमीटर रहेगी। नयनसर के पास यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर-सोनौली हाईवे को पार करेगा।


डीएम का बयान

गोरखपुर के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि पानीपत-गोरखपुर एक्सप्रेसवे का एलाइन्मेंट तय हो चुका है। यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर के 46 गांवों से होकर गुजरेगा। एनएचएआई के प्रस्ताव पर जल्द ही भूमि अधिग्रहण अधिकारी नियुक्त किया जाएगा।


गांवों की सूची

कैंपियरगंज (गोरखपुर): लक्ष्मीपुर (पचवारा), लक्ष्मीपुर (भारीवैसी), मखनहा, ठकुरापार, भरोहिया, गंगापार, रामपुर कैथवलिया, बेलघाट बुजुर्ग, रमवापुर, दोनफा, भइयाराम, जरहद, नयनसर, हिरुआ, बढ़या, चकमाफी, भुइधरपुर, साखी, ताल कोमर, कानापार, नीबा, कंदरखावा.


गोरखपुर सदर: बढ़नी, फुलवरिया, सियारामपुर, महराजगंज, ठाकुरपुर नंबर एक, ठाकुरपुर नंबर दो, खुटहन खास, जंगल नाकिन, जंगल डुमरी नंबर एक, रामपुर खुर्द, भिस्वा, इस्मालपुर, रामपुर बुजुर्ग, मेंहदिया, जमुनिया, पोखर भिंडा उर्फ चकदहा, समस्तपुर उर्फ मुड़िला, कोटवा, खिरिया, आराजी बरवा, रामपुर थवईपार, गंभीरपुर कम्हरिया, परशुरामपुर, सोनराइच उर्फ बड़ा गांव.


बांसी (सिद्धार्थनगर): बंजारी, बिमौआ खुर्द तप्पा पचहर, पचमोहनी, कम्हरिया, बहादुरपुर, डोड़वार शुक्ल, जमोहनी, जमोहना, भावपुर, पिपरा भइया, भटुली, बरनवार, सोनवा माफी, सुहईरनपुरवा, मुड़िला हिर्दन, छपवा, बेलवा लगुनही, पड़िया बुजुर्ग, रोहुआ, महोखवा, बनकटा, कड़जा, बचलाखोर, अकोल्ही, परसा, ढुढ़नी, मझारिया तप्पा मजोरा, मंझरिया तप्पा हाटा, नगवा तप्पा हाटा, नगवा तप्पा कुदारन, सोनखर तप्पा कुदारन, सोनखर तप्पा चंवर, सोनवलिया तप्पा कुदारन, मिश्रौलिया तौफिर, सिरसिया तप्पा मजोरा, पिपरा शुक्ल.


मेंहदावल (संतकबीरनगर): बढ़या, फेउसा, परसा माफी, परसा शुक्ल, महला, पसाई, देवकली, प्रतापपुर, जसवल, रमवापुर, खजुरा खुर्द, नचनी, समोगर, गुदरिहवा, खजुराकला, सिक्टौर माफी, कुंडवा, जमुवरिया खुर्द, जमुवरिया कला, रक्सा, भरवलिया मिश्र, कुसोना कला, जमोहरा, मुड़ली, डुमरिया बाबू, इंदरपुर, कौवाठोर, पिड़ारी कला, चितरुखिया.


हाटा (कुशीनगर): रामपुर, अगया, होलिया, रामपुर माफी, मगडिहा, सिंदुरिया विशुनपुर, घोड़ादेउर, खुरहुरिया, बलुआ, तुर्कडिहा, बिंदुआर, सहजौली, सेंदुआर, मुंडेरा, खोट्ठा, सिहुलिया, टिकर, छपिया, बेलवा खुर्द, महुअवा, अहिरौली.