बिहार में नई एनडीए सरकार: नीतीश कुमार फिर बने विधायक दल के नेता, सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा का पुनर्नियुक्ति
बिहार में राजनीतिक हलचल
बिहार : बुधवार की सुबह पटना में राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गईं, क्योंकि नई एनडीए सरकार के गठन की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुँच गई है। जेडीयू की बैठक में सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को एक बार फिर विधायक दल का नेता चुना गया। इसी दौरान भाजपा ने भी महत्वपूर्ण निर्णय लिया, जिसमें सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता और विजय कुमार सिन्हा को उप नेता के रूप में पुनः चुना गया।
भाजपा ने उपमुख्यमंत्री में नहीं किया बदलाव
भाजपा ने डिप्टी CM में नहीं किया बदलाव
भाजपा हाईकमान ने स्पष्ट किया है कि बिहार में नेतृत्व परिवर्तन की कोई आवश्यकता नहीं है, जिसके चलते सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को उपमुख्यमंत्री पद पर बनाए रखने का निर्णय लिया गया। सम्राट चौधरी ने भाजपा में तेजी से उभरते हुए अतिपिछड़ा वर्ग के बड़े नेता के रूप में अपनी पहचान बनाई है। वहीं, विजय सिन्हा ने अपने पिछले कार्यकाल में संतुलित और शांतिपूर्ण तरीके से कार्य किया, जिससे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उनकी तालमेल भी अच्छी रही। इसीलिए भाजपा ने नए चेहरे पर विचार करने के बजाय अनुभव और स्थिरता को प्राथमिकता दी।
भाजपा-जेडीयू सरकारों में उप मुख्यमंत्री पद का इतिहास
भाजपा-जेडीयू सरकारों में उप मुख्यमंत्री पद का इतिहास
नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी एनडीए सरकारों में भाजपा की ओर से अब तक पांच नेता उपमुख्यमंत्री बन चुके हैं: सुशील कुमार मोदी, तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा। इनमें से सुशील मोदी का कार्यकाल सबसे लंबा रहा, जो 11 साल तक नीतीश के विश्वसनीय सहयोगी के रूप में इस पद पर बने रहे। 2020 के चुनावों के बाद भाजपा ने नेतृत्व परिवर्तन करते हुए तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी को डिप्टी सीएम बनाया, लेकिन 2022 में नीतीश के महागठबंधन में जाने के बाद यह व्यवस्था बदल गई। 2024 में नीतीश के एनडीए में वापस लौटने के बाद सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को डिप्टी सीएम बनाया गया।
नीतीश की अगुवाई में नई एनडीए सरकार
नीतीश की अगुवाई में आठवीं बार NDA सरकार बनेगी
पटना में भाजपा विधायक दल की बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि दोनों उपमुख्यमंत्री अपने पदों पर बने रहेंगे। अब बुधवार को जेडीयू द्वारा नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुनने के बाद गुरुवार को गांधी मैदान में नई एनडीए सरकार शपथ लेगी। यह नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनने वाली एनडीए की आठवीं सरकार होगी, जिसे राजनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।