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बिहार में राशन वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए हाईटेक वेट मशीनें लगाई जाएंगी

बिहार सरकार ने जन वितरण प्रणाली के तहत अनाज वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए हाईटेक वेट मशीनें लगाने का निर्णय लिया है। इस कदम से लाभार्थियों को सही मात्रा में अनाज मिलेगा और डीलरों की शिकायतें भी कम होंगी। इसके अलावा, प्रमुख त्योहारों पर डीलरों को अवकाश देने का भी निर्णय लिया गया है। जानें इस फैसले के पीछे की पूरी कहानी और इसके संभावित लाभ।
 

बिहार में राशन वितरण में सुधार की दिशा में कदम

बिहार सरकार ने जन वितरण प्रणाली (PDS) के तहत अनाज वितरण में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। पहले पाश मशीनों के उपयोग से अनाज न मिलने की शिकायतों में कमी आई थी, लेकिन अब भी लाभार्थियों द्वारा कम अनाज मिलने की समस्याएं सामने आती हैं। इस मुद्दे के स्थायी समाधान के लिए, सरकार ने हर राशन दुकान पर हाईटेक वेट मशीन लगाने का निर्णय लिया है।


गोदाम से दुकान तक डेटा ट्रैकिंग

इस नई वेट मशीन को पाश मशीन से जोड़ा जाएगा, जिससे इसका डेटा सीधे विभागीय मुख्यालय से जुड़ा रहेगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि किस लाभार्थी को कितना अनाज दिया गया है। खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की मंत्री लेशी सिंह ने पूर्णिया में पत्रकारों से बातचीत करते हुए इस फैसले की जानकारी दी।


उन्होंने बताया कि 2005 से पहले गरीबों के लिए सरकारी अनाज प्राप्त करना एक संघर्ष था। कभी डीलरों की फटकार का सामना करना पड़ता था, तो कभी कई महीनों तक अनाज नहीं मिलता था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस व्यवस्था को सुधारने का संकल्प लिया और पाश मशीनों के माध्यम से पारदर्शिता लाई।


110 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत

लेशी सिंह ने कहा कि वेट मशीनों की स्थापना के लिए सरकार ने 110 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया है। इससे लाभार्थियों को पूरा अनाज मिलेगा और डीलरों की यह शिकायत भी समाप्त होगी कि उन्हें गोदाम से कम अनाज दिया गया।


त्योहारों पर डीलरों को मिलेगा अवकाश

सरकार ने डीलरों की एक पुरानी मांग को भी स्वीकार किया है। अब स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, दशहरा, दीपावली, छठ और ईद जैसे प्रमुख त्योहारों पर डीलरों को अवकाश दिया जाएगा। इन दिनों में दुकानों को खोलने का उन पर कोई दबाव नहीं होगा।


मंत्री ने कहा कि डीलर सरकार और विभाग की महत्वपूर्ण कड़ी हैं और सरकार धीरे-धीरे उनकी सभी उचित अपेक्षाओं को पूरा कर रही है, ताकि गरीबों तक योजनाओं का लाभ सही तरीके से पहुंचे।