×

बिहार विधानसभा चुनाव 2025: कांग्रेस ने जारी की पहली सूची, टिकट वितरण में विवाद

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच, कांग्रेस ने 22 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। इस सूची में कुटुंबा सीट से प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम को प्रत्याशी बनाया गया है। हालांकि, बिक्रम सीट पर भाजपा से आए नेता को टिकट देने से पार्टी में असंतोष उत्पन्न हुआ है। महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर भी असमंजस बना हुआ है। कांग्रेस ने इस बार सोशल मीडिया का सहारा लेकर युवाओं तक पहुंचने की कोशिश की है। जानें पूरी खबर में और क्या चल रहा है।
 

कांग्रेस ने जारी की उम्मीदवारों की पहली सूची


बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच, कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की है, जिसमें 22 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। इस सूची में कुटुंबा सीट से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम को उम्मीदवार बनाया गया है, जो पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है। इस बार कांग्रेस ने डिजिटल रणनीति अपनाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर क्रमवार जानकारी साझा करना शुरू किया है।


पटना में टिकट वितरण की प्रक्रिया शुरू

प्रत्याशियों की सूची को दिल्ली में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में अंतिम रूप दिया गया। इसके बाद, प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरु, प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, और विधायक दल के नेता शकील अहमद खान पटना पहुंचे और अधिकृत उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह बांटने की प्रक्रिया आरंभ की। इस प्रकार, कांग्रेस ने चुनाव अभियान की औपचारिक शुरुआत कर दी है।


बिक्रम सीट पर विवाद

हालांकि, कांग्रेस की यह शुरुआत पूरी तरह से शांतिपूर्ण नहीं रही। बिक्रम विधानसभा सीट पर भाजपा से आए नेता अनिल कुमार को टिकट दिए जाने से पार्टी में भारी असंतोष उत्पन्न हुआ। बुधवार को पटना एयरपोर्ट पर नाराज कार्यकर्ताओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया, जिससे स्थिति इतनी बिगड़ गई कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को वहां से निकलना पड़ा। इस दौरान कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की और मारपीट की घटनाएं भी हुईं। यह विवाद दर्शाता है कि पार्टी के भीतर कुछ निर्णयों को लेकर एकरूपता की कमी है।


महागठबंधन में सीट बंटवारे का असमंजस

कांग्रेस के नेतृत्व वाले महागठबंधन में भी सीट बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बन पाई है। सूत्रों के अनुसार, कुछ सीटों पर अभी तक अंतिम सहमति नहीं बनी है, लेकिन प्रयास किया जा रहा है कि शुक्रवार तक इन विवादों को सुलझा लिया जाए। महागठबंधन के अन्य घटक दलों के साथ बैठकों का दौर जारी है, और जल्द ही सीट बंटवारे की औपचारिक घोषणा की जाएगी।


सोशल मीडिया की भूमिका

कांग्रेस ने इस बार उम्मीदवारों के नामों की घोषणा को पारंपरिक प्रेस कॉन्फ्रेंस के बजाय सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचारित करने का निर्णय लिया है। इससे पार्टी का उद्देश्य युवाओं और डिजिटल माध्यम से जुड़े लोगों तक सीधी पहुंच बनाना है।