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बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक हलचल तेज

बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारी के बीच, रणविजय सिंह और लालू यादव की हालिया मुलाकात ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। इस मुलाकात को चुनावी रणनीति के संदर्भ में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जानें इस मुलाकात के पीछे की कहानी और इसके संभावित प्रभावों के बारे में। क्या यह बिहार की राजनीति में कोई बड़ा बदलाव लाएगी? जानने के लिए पढ़ें पूरा लेख।
 

बिहार में चुनावी गतिविधियाँ शुरू

Bihar Chunav: बिहार में राजनीतिक गतिविधियाँ अब तेजी से बढ़ने लगी हैं, क्योंकि इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनावों से पहले राजनीतिक चर्चाएँ जोर पकड़ रही हैं। हाल ही में, 12 जून को JDU के पूर्व एमएलसी रणविजय सिंह ने आरजेडी के प्रमुख लालू प्रसाद यादव से राबड़ी देवी के निवास पर मुलाकात की। इस मुलाकात ने राजनीतिक गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म कर दिया है। लगभग एक घंटे तक चली इस बातचीत को बिहार विधानसभा चुनाव से पहले किसी बड़े राजनीतिक बदलाव के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।


गोपनीय मुलाकात का महत्व

बंद कमरे में हुई मुलाकात

सूत्रों के अनुसार, नीतीश कुमार के करीबी सहयोगी रणविजय सिंह ने लालू यादव से एक बंद कमरे में लगभग एक घंटे तक चर्चा की। इस मुलाकात को बिहार चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि, रणविजय ने इसे लालू यादव के जन्मदिन पर बधाई देने के लिए एक औपचारिक मुलाकात बताया, लेकिन राजनीतिक विश्लेषक इसे केवल शिष्टाचार नहीं मानते। इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही हैं, जिसमें रणविजय और लालू यादव मुस्कुराते हुए दिखाई दे रहे हैं।


NDA के लिए चिंता का विषय

NDA की बड़ी टेंशन

पिछले कुछ महीनों से बिहार में जेडीयू और बीजेपी के बीच गठबंधन में तनाव की खबरें आ रही हैं। लालू यादव और तेजस्वी यादव समय-समय पर नीतीश कुमार को महागठबंधन में वापस आने का प्रस्ताव देते रहे हैं। ऐसे में रणविजय सिंह की यह मुलाकात राजनीतिक समीकरण में बदलाव का संकेत दे सकती है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय इसकी संभावना बहुत कम है। फिर भी, रणविजय और लालू की मुलाकात के कई अर्थ निकाले जा रहे हैं।