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भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में भगदड़: मुख्यमंत्री ने जताया शोक और की जांच के आदेश

भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान रविवार को हुई भगदड़ में तीन श्रद्धालुओं की जान चली गई। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मृतकों के परिवारों को 25 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है और प्रशासनिक फेरबदल भी किया है। मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों से माफी मांगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने का आश्वासन दिया।
 

भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा में हुई दुखद घटना

भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा में भगदड़: रविवार सुबह भगवान जगन्नाथ की प्रसिद्ध रथ यात्रा के दौरान एक दुखद भगदड़ में तीन श्रद्धालुओं की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए। इस घटना के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवारों को 25-25 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।


मुख्यमंत्री ने न केवल राज्य सरकार की ओर से, बल्कि व्यक्तिगत रूप से भी शोक संतप्त परिवारों से माफी मांगी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में बताया कि यह दुखद घटना भगवान के दर्शन की तीव्र इच्छा और भारी भीड़ के दबाव के कारण हुई।




उच्चस्तरीय जांच के आदेश

हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश


राज्य सरकार ने इस घटना की गंभीरता को देखते हुए एक उच्चस्तरीय प्रशासनिक जांच का आदेश दिया है। विकास आयुक्त को इस जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो मामले की गहराई से जांच करेंगे और जिम्मेदार व्यक्तियों की पहचान करेंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय ने इसकी पुष्टि की है।




प्रशासनिक फेरबदल

बड़े स्तर पर प्रशासनिक फेरबदल


मुख्यमंत्री ने इस घटना के बाद प्रशासनिक स्तर पर महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पुरी के कलेक्टर और एसपी का तबादला कर दिया है। चंचल राणा को नया जिला कलेक्टर और पिनाक मिश्रा को नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है। इसके अलावा, डीसीपी विष्णुपति और कमांडेंट अजय पाहि को कर्तव्य में लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।


राज्य सरकार ने इस वर्ष की रथ यात्रा के संचालन की निगरानी के लिए वरिष्ठ अधिकारी अरविंद अग्रवाल को प्रभारी नियुक्त किया है।


भगदड़ का समय और कारण

सुबह 4 से 5 बजे के बीच मची भगदड़


यह दुखद घटना रविवार सुबह 4 से 5 बजे के बीच सरधाबली क्षेत्र में हुई, जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु गुंडिचा मंदिर के पास भगवान के रथ के दर्शन के लिए एकत्रित हुए थे। भीड़ के दबाव के कारण कुछ लोग गिर पड़े और भगदड़ मच गई।


इस घटना में जिन श्रद्धालुओं की जान गई, उनमें प्रेमकांत महंती (80), बासंती साहू (36) और प्रभावती दास (42) शामिल हैं। सभी की पहचान पुरी जिला मुख्यालय अस्पताल के अधिकारियों द्वारा की गई है।


स्थिति नियंत्रण में

स्थिति नियंत्रण में, दर्शन सुचारू रूप से जारी


पुलिस प्रशासन ने बताया है कि अब स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और श्रद्धालु शांतिपूर्वक दर्शन कर रहे हैं। पुलिस बल और स्वयंसेवक भीड़ को नियंत्रित करने में लगे हुए हैं ताकि आगे कोई अप्रिय घटना न हो।


मुख्यमंत्री का संदेश

मुख्यमंत्री का भावुक संदेश


मुख्यमंत्री माझी ने इस घटना के बाद लिखा, "मैं व्यक्तिगत रूप से शोक संतप्त परिवारों से क्षमा चाहता हूं। श्रद्धालुओं की श्रद्धा और भावना को समझते हुए हम भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।"