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भारी बारिश से माता वैष्णो देवी रूट पर लैंडस्लाइड, 5 श्रद्धालुओं की मौत

माता वैष्णो देवी के रूट पर अद्धकुवारी में भारी बारिश के कारण लैंडस्लाइड हुआ, जिसमें पांच श्रद्धालुओं की जान चली गई और 14 अन्य घायल हुए। यात्रा को रोक दिया गया है। जम्मू-कश्मीर में लगातार बारिश के चलते रेलवे ने कई ट्रेनें रद्द की हैं। इस स्थिति में नदियां उफान पर हैं और कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। जानें इस घटना के बारे में और क्या हो रहा है जम्मू-कश्मीर में।
 

अद्धकुवारी में लैंडस्लाइड की घटना

लैंडस्लाइड की घटना: माता वैष्णो देवी के मार्ग पर अद्धकुवारी के निकट भारी बारिश के कारण लैंडस्लाइड हुआ, जिसमें पांच श्रद्धालुओं की जान चली गई। इस हादसे में 14 अन्य श्रद्धालु घायल हुए हैं। फिलहाल यात्रा को रोक दिया गया है। यह घटना मंदिर तक की यात्रा के लगभग 12 किलोमीटर के आधे रास्ते में हुई, जिसके चलते यात्रा स्थगित कर दी गई।


जम्मू-कश्मीर में लगातार बारिश

यह घटना उस समय हुई है जब जम्मू-कश्मीर में लगातार तीसरे दिन भारी बारिश हो रही है। इस बारिश के कारण रेलवे ने लगभग 10 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। वैष्णो देवी मंदिर के निकट लैंडस्लाइड के बाद कटरा से सभी ट्रेनें स्थगित कर दी गई हैं।


श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड का बयान

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने X पर एक पोस्ट साझा करते हुए बताया कि इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास लैंडस्लाइड की घटना हुई है। इसमें कुछ लोगों के घायल होने की सूचना मिली है। रेस्क्यू टीमों ने तुरंत काम शुरू कर दिया है। उल्लेखनीय है कि पिछले तीन दिनों से जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के कारण पहले हिमकोटि मार्ग पर यात्रा स्थगित की गई थी। हालांकि, दोपहर तक पुराने मार्ग पर यात्रा जारी रही, जिसे बाद में लैंडस्लाइड के कारण अगले आदेश तक रोक दिया गया।


जम्मू क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति

जम्मू क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। लगातार लैंडस्लाइड के कारण निचले और पहाड़ी इलाकों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। 250 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रोक दिया गया है। उधमपुर और काजीगुंड में भी वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है। किश्तवाड़ में पैडर रोड और रामनगर-उधमपुर सहित कई अन्य सड़कें बाढ़ और भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इससे पहले दिन में जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में बड़े पैमाने पर बादल फटने से अचानक बाढ़ आई, जिससे सामान्य जनजीवन ठप्प हो गया और जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग को बंद करना पड़ा।