मेरठ किसान मेले में मुर्रा भैंसे ‘विधायक’ की धूम
मेरठ में किसान मेले में ‘विधायक’ की चर्चा
Murrah Buffalo Vidhayak Meerut Farmers Fair: मेरठ में आयोजित किसान मेले में हरियाणा से आए मुर्रा नस्ल के भैंसे ‘विधायक’ ने सभी का ध्यान आकर्षित किया।
इस भैंसे की कीमत सुनकर लोग चकित रह गए—यह 8 करोड़ रुपये का है! इसकी विशेष डाइट, शानदार कद-काठी और चैंपियनशिप जीतने के कारण यह भैंसा मेले में सबसे अलग नजर आया। आइए, जानते हैं इस अद्भुत भैंसे की कहानी।
मेरठ के किसान मेले में ‘विधायक’ की धूम
उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुए किसान मेले में ‘विधायक’ नाम का भैंसा चर्चा का विषय बना। यह हरियाणा की प्रसिद्ध मुर्रा नस्ल का है।
जब इसके मालिक, पद्म श्री पुरस्कार विजेता किसान नरेंद्र सिंह ने बताया कि इसकी कीमत 8 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है, तो लोग हैरान रह गए। मेले में लोग दूर-दूर से इसे देखने आए और अपने मोबाइल में इसकी तस्वीरें और वीडियो कैद करते रहे। जब ‘विधायक’ मैदान में उतरा, तो अन्य सभी पशु इसके सामने फीके पड़ गए।
‘विधायक’ कौन है?
‘विधायक’ हरियाणा के प्रसिद्ध पशुपालक नरेंद्र सिंह का पालतू भैंसा है। नरेंद्र इसे अपने परिवार का हिस्सा मानते हैं और इसे बेचने का कोई इरादा नहीं रखते। उनका कहना है कि यह भैंसा उनके लिए बहुत खास है। इसका नाम ‘विधायक’ इसकी शानदार कद-काठी और ताकत को दर्शाने के लिए रखा गया है।
विशेष डाइट से बनी ‘विधायक’ की ताकत
‘विधायक’ की ऊंची कीमत केवल इसकी नस्ल या चैंपियनशिप के कारण नहीं है। इसकी विशेष देखभाल और डाइट इसे और भी खास बनाती है। नरेंद्र सिंह बताते हैं कि इसे रोजाना बादाम, काजू, देसी घी, सरसों का तेल और 8 से 10 लीटर दूध दिया जाता है। इस शाही डाइट के कारण ‘विधायक’ की सेहत और ताकत अद्वितीय है।
हर मुकाबले में चैंपियन
‘विधायक’ केवल दिखने में ही दमदार नहीं है, बल्कि पिछले दो वर्षों से यह ओवरऑल चैंपियन बना हुआ है। पिछले साल मेरठ में सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय की प्रतियोगिता में भी यह नंबर वन रहा था। उस समय भी इसकी कीमत सुनकर लोग हैरान थे, लेकिन इस बार मेले में इसने फिर से सबका दिल जीत लिया।
सीमन से लाखों की कमाई
नरेंद्र सिंह ‘विधायक’ को केवल शोकेस के लिए नहीं रखते। इसके सीमन (वीर्य) की भारी मांग है, जिसे बेचकर वे हर साल लाखों रुपये की कमाई करते हैं। मुर्रा नस्ल होने के कारण इसका सीमन हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में बहुत लोकप्रिय है। यही कारण है कि मेले में इसकी अलग ही रौनक रही।
मेले में ‘विधायक’ का जलवा
मेरठ के किसान मेले में देशभर से किसान अपनी गाय, भैंस, सांड और घोड़े लेकर आए थे। कई प्रतियोगिताएं हुईं, लेकिन जब ‘विधायक’ की बारी आई, तो पूरा मेला उसके नाम हो गया। लोग इसे देखने, छूने और इसके साथ तस्वीरें खींचने के लिए बेताब दिखे।
गोलू के बाद ‘विधायक’ नंबर वन
नरेंद्र सिंह पहले भी अपने भैंसे ‘गोलू’ के कारण मशहूर थे। अब उनका कहना है कि गोलू के बाद ‘विधायक’ ही सबसे खास है। कीमत, सेहत, प्रदर्शन और डील-डौल में यह हर किसी पर भारी पड़ता है।