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हरियाणा में किसानों के लिए राहत: ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल 31 अगस्त तक खुला रहेगा

हरियाणा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल को 31 अगस्त तक खुला रखने का निर्णय लिया है। यह निर्णय उन किसानों के लिए है जो बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। प्रदेश के 7 जिलों के 188 गांवों के किसान अब अपनी फसल क्षति के दावे दर्ज कर सकते हैं। जानें इस प्रक्रिया के बारे में और कैसे आप भी मुआवजा प्राप्त कर सकते हैं।
 

हरियाणा में फसल क्षति के दावों के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल

हरियाणा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने निर्णय लिया है कि ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल 31 अगस्त तक सक्रिय रहेगा। यह कदम उन किसानों के लिए है जो अत्यधिक बारिश के कारण बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। प्रदेश के 7 जिलों के 188 गांवों के किसान अब फसल क्षति के दावे दर्ज कर सकते हैं।


इस संबंध में विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि बुधवार शाम को जिला उपायुक्तों से मिली रिपोर्ट के अनुसार, हिसार के 85 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। इसके अलावा, भिवानी के 43, रोहतक के 21 और पलवल के 17 गांव भी इस सूची में शामिल हैं। चरखी दादरी के 13 गांव, रेवाड़ी के 7 गांव और सिरसा के 2 गांवों के लिए भी पोर्टल उपलब्ध है।


प्रवक्ता ने आगे कहा कि जिला राजस्व अधिकारी ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर प्राप्त दावों का सत्यापन करेंगे। इसके बाद, आंकलन के आधार पर निर्धारित मानकों के अनुसार मुआवजा जारी किया जाएगा। उन्होंने किसानों से अनुरोध किया कि वे अपनी फसल क्षति का पंजीकरण जल्द से जल्द कराएं।