हरियाणा में बाढ़ की स्थिति: कुरुक्षेत्र में मारकंडा नदी का जलस्तर घटा
मारकंडा नदी का जलस्तर
खतरे के निशान से 0.15 मीटर नीचे बह रही नदी
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से खतरे के निशान से ऊपर बह रही मारकंडा नदी का जलस्तर अब घट गया है। आज सुबह 6 बजे तक नदी में 22,140 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान (256 मीटर) से 0.15 मीटर नीचे है। इस्माइलाबाद के नैसी गांव में टूटे तटबंध की मरम्मत अब तक नहीं हो पाई है, जिससे पानी खेतों में जा रहा है।
बीती शाम जलबेहड़ा साइफन में बीबीपुर लिंक की एक दीवार तेज बहाव में टूट गई, जिससे झील में 6,500 एकड़ में खड़ी फसलों को नुकसान का खतरा है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने प्रभावित गांवों का दौरा किया।
सरकार और प्रशासन की तत्परता
आपदा में सरकार और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर
शनिवार शाम को सीएम नायब सैनी ने झांसा में मारकंडा पुल से नदी का निरीक्षण किया। उन्होंने मारकंडा हेड पर नदी की स्थिति और एसवाईएल के बारे में जानकारी ली। इस दौरान, उन्होंने कहा कि आपदा के समय सरकार और प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हैं। कुछ घरों में पानी घुस गया है, जिससे स्थिति गंभीर हो गई है।
हाल ही में कच्ची छत वाले मकानों में रहने वाले परिवारों को निर्माण के लिए धनराशि जारी की गई थी, लेकिन अनुकूल परिस्थितियों के अभाव में वे पक्के मकान का निर्माण नहीं कर सके। जैसे ही जलभराव की स्थिति समाप्त होगी, निर्माण कार्य शुरू होगा। प्रदेश की खराब सड़कों, बांधों और पुलों के कार्य भी आरंभ किए जाएंगे।
यमुना और टांगरी नदी की स्थिति
हथिनीकुंड बैराज पर यमुना का जलस्तर हुआ कम, भूमि का कटाव जारी
हथिनीकुंड बैराज पर सुबह 7 बजे यमुना नदी में पानी का प्रवाह 58,947 क्यूसेक दर्ज किया गया, जो पिछले दिनों की तुलना में कम है। हालांकि, खेतों से यमुना का पानी धीरे-धीरे उतर रहा है, लेकिन भूमि कटाव की समस्या बनी हुई है। कटाव रोकने के लिए मिट्टी से भरे कट्टे लगाए जा रहे हैं, जो ग्रामीणों के लिए चिंता का विषय है। प्रशासन ने कमालपुर में 100 से अधिक मजदूरों को कटाव रोकने के लिए तैनात किया है।
टांगरी नदी का जलस्तर बढ़ने की संभावना
अंबाला में टांगरी नदी के उफान पर आने की संभावना है। कल रात अचानक 2,600 क्यूसेक पानी एक घंटे में नदी का जलस्तर बढ़ा। प्रशासन ने एक बार फिर जलस्तर बढ़ने को लेकर चेतावनी जारी की है।