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16 जून 2025 का पंचांग: शुभ मुहूर्त और राहु काल की जानकारी

16 जून 2025 का पंचांग आपके लिए महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आया है। आज आषाढ़ माह की पंचमी तिथि है, जो विशेष शुभ मुहूर्त और राहु काल के साथ आती है। जानें आज का नक्षत्र, योग और करण की स्थिति, और कैसे ये आपके कार्यों को प्रभावित कर सकते हैं। इस दिन की विशेषताएं और यात्रा के लिए सुझाव भी जानें।
 

आज का पंचांग

16 जून 2025 का पंचांग: आज 16 जून, 2025 को आषाढ़ माह का पांचवां दिन है और यह कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि है। आज का दिन 13 घंटे 57 मिनट 45 सेकंड लंबा होगा, जबकि रात 10 घंटे 2 मिनट 22 सेकंड की होगी। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, यह ग्रीष्म ऋतु का समय है और सूर्य उत्तरायण में गोचर कर रहे हैं।


आइए जानते हैं कि 16 जून के पंचांग के पांच अंगों - तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण की क्या स्थिति है? आज का कौन-सा समय आपके लिए शुभ है और राहु काल का समय क्या है?


तिथि

आज आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि है, जो 16 जून को 03:31 PM तक रहेगी। इसके बाद षष्ठी तिथि का आरंभ होगा।


पंचमी तिथि एक पूर्णा तिथि है, जिसके स्वामी नागदेव हैं और इसका स्वभाव लक्ष्मीप्रद होता है। यह तिथि शुभ मुहूर्तों में मानी जाती है।


नक्षत्र

आज का दिन धनिष्ठा नक्षत्र से शुरू होगा, जो 17 जून को 01:13 AM तक रहेगा। यह एक शुभ नक्षत्र है। इसके बाद शतभिषा नक्षत्र का आरंभ होगा।


दिन/वार

आज सोमवार है, जो भगवान शिव की उपासना के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है। इस दिन शिवजी की पूजा, व्रत और अभिषेक का महत्व है। सोमवार को चंद्रदेव को समर्पित दिन माना जाता है, जिससे इसका धार्मिक महत्व और बढ़ जाता है।


योग

आज का दिन वैधृति योग से शुरू होगा, जो 16 जून को 11:07 AM तक रहेगा, यह शुभ योग नहीं है। इसके बाद विष्कंभ योग का आरंभ होगा।


आज रवि योग जैसे विशेष योग भी बन रहे हैं, जिससे यह दिन खास बन गया है। इन योगों की अवधि को आप नीचे देख सकते हैं।


करण

आज 03:31 PM तक तैतिल करण का प्रभाव रहेगा, इसके बाद गर करण का आरंभ होगा, जो 17 जून को 03:31 PM तक रहेगा। इसके बाद वणिज करण शुरू होगा।


सूर्य-चंद्र गोचर

आज के पंचांग के अनुसार, सूर्य मिथुन राशि में गोचर कर रहे हैं, जिसके स्वामी बुध ग्रह हैं।


चंद्रमा मकर राशि में गोचर कर रहे हैं, जिसके स्वामी शनिदेव हैं। चंद्रमा 01:10 PM तक इस राशि में रहेंगे और फिर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे।


शुभ-अशुभ काल

आज शुभ मुहूर्त:


ब्रह्म मुहूर्त: 04:03 AM से 04:43 AM


प्रातः सन्ध्या: 04:23 AM से 05:23 AM


अभिजित मुहूर्त: 11:54 AM से 12:50 PM


विजय मुहूर्त: 02:42 PM से 03:37 PM


गोधूलि मुहूर्त: 07:19 PM से 07:40 PM


सायाह्न सन्ध्या: 07:21 PM से 08:21 PM


अमृत काल: 02:43 PM से 04:20 PM


निशिता मुहूर्त: 12:02 AM, जून 17 से 12:42 AM, जून 17


रवि योग: 01:13 AM, जून 17 से 05:23 AM, जून 17


आज अशुभ मुहूर्त:


राहुकाल: आज राहु काल 07:08 AM से 08:52 AM तक रहेगा। इस समय कोई शुभ कार्य आरंभ करने की मनाही है।


यमगण्ड: 10:37 AM से 12:22 PM


गुलिक काल: 02:07 PM से 03:51 PM


दुर्मुहूर्त काल: 12:50 PM से 01:46 PM और 03:37 PM से 04:33 PM


पंचक: 01:10 PM से 05:23 AM, जून 17


पर्व और त्योहार

आज आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि है और यह दिन सोमवार है। यह दिन हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। सोमवार का दिन भगवान शिव की आराधना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन शिवजी की कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष महत्व है।


यात्रा टिप्स: आज पूर्व दिशा में दिशाशूल होने के कारण, आपातकाल को छोड़कर इस दिशा में यात्रा करना शुभ नहीं है।


पंचांग का महत्व

पंचांग केवल तिथियों और त्योहारों का कैलेंडर नहीं है, बल्कि यह जीवन को सफलता और समृद्धि की ओर मार्गदर्शन करने वाला एक महत्वपूर्ण साधन है। यह ब्रह्मांड की प्राकृतिक लय और खगोलीय घटनाओं के अनुरूप चलने की प्रेरणा देता है।


पंचांग के पांच प्रमुख अंग:


पंचांग के पांच मुख्य घटक होते हैं, जिनका ध्यान रखकर किए गए कार्यों में सफलता और समृद्धि की संभावना बढ़ जाती है।


वार: यह सप्ताह के दिनों का महत्व बताता है।


तिथि: चंद्र मास के अनुसार दिन की गणना का पता चलता है।


नक्षत्र: विशिष्ट नक्षत्रों की स्थिति और उनके प्रभाव बताता है।


योग: विशेष खगोलीय संयोगों का महत्व बताता है।


करण: आधे तिथि का सूचक, जो कार्यों की शुभता को प्रभावित करता है।


पंचांग का अनुसरण करके हम अपने जीवन को अधिक सफल और समृद्ध बना सकते हैं।