18 जून 2025 का पंचांग: जानें शुभ समय और व्रत का महत्व
18 जून 2025 का पंचांग: ज्योतिषीय जानकारी
18 जून 2025 का पंचांग: आज का पंचांग आपके लिए लाया है 18 जून 2025 का विस्तृत ज्योतिषीय विवरण! यदि आप किसी नए कार्य की शुरुआत करने की सोच रहे हैं या गणेश जी का व्रत रखने का मन बना रहे हैं, तो आज का दिन आपके लिए विशेष है। कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के साथ, सितारे कुछ खास संकेत दे रहे हैं। आइए, जानते हैं कि आज का दिन आपके लिए क्या खास लेकर आया है!
दिन का ज्योतिषीय हाल
आज का दिन बुधवार है, और हिंदू पंचांग के अनुसार, कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि दोपहर 1:37 बजे तक रहेगी। नक्षत्र की बात करें, तो पूर्वाभाद्रपद रात 12:23 तक प्रभावी रहेगा। आज का योग प्रीति है, जो सुबह 7:39 तक शुभ फल प्रदान करेगा। करण बव और बालव का संयोग भी दिन को खास बनाता है। मेष, वृष, सिंह जैसी राशियों को चंद्रबल और 20 से अधिक नक्षत्रों का साथ मिलेगा।
शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त
हर कार्य की सफलता के लिए सही समय का होना आवश्यक है! आज का पंचांग बताता है कि विजय मुहूर्त दोपहर 2:24 से 3:25 बजे तक और गोधूलि मुहूर्त शाम 6:22 से 7:25 बजे तक रहेगा। ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:04 से 5:09 बजे तक है, जो पूजा-पाठ के लिए सर्वोत्तम है। संध्या पूजा का समय शाम 6:22 से 7:03 बजे तक रहेगा। ध्यान दें, आज अभिजीत मुहूर्त नहीं है। नए व्यवसाय, गृह प्रवेश या पूजा के लिए इन शुभ मुहूर्त का लाभ उठाएं!
अशुभ समय
अशुभ समय
आज भी कुछ समय अशुभ है। राहुकाल दोपहर 12:22 से 2:06 बजे तक रहेगा। यमगण्ड सुबह 8:10 से 9:06 बजे तक और दुष्टमुहूर्त 11:54 से 12:50 बजे तक है। इन समय में कोई भी शुभ कार्य शुरू करने से बचें। उत्तर दिशा में आज दिशा शूल है, इसलिए इस दिशा में यात्रा टालें। सावधानी बरतें और अपने दिन को बिना रुकावट के मंगलमय बनाएं!
गणेश व्रत और धार्मिक महत्व
गणेश व्रत और धार्मिक महत्व
18 जून को बुधवार होने के कारण भगवान गणेश का व्रत रखने का विशेष महत्व है। गणेश जी की पूजा से सभी बाधाएं दूर होती हैं। सूर्योदय सुबह 5:23 बजे और सूर्यास्त शाम 7:21 बजे होगा। चंद्रमा कुंभ राशि में शाम 6:36 तक रहेगा। ग्रीष्म ऋतु और आषाढ़ मास के इस दिन, शक संवत 1947 और विक्रम संवत 2082 चल रहा है। गणेश जी को मोदक चढ़ाएं और अपनी मनोकामना पूरी करें!