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21 जुलाई 2025 का राशिफल: जानें किन राशियों को मिल सकती हैं चुनौतियाँ

21 जुलाई 2025 का राशिफल विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह कामिका एकादशी के दिन आता है। इस दिन ग्रहों की स्थिति कुछ राशियों के लिए चुनौतियाँ ला सकती है। मिथुन, कर्क, कन्या, कुंभ और मीन राशि के जातकों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। जानें किन उपायों से आप इन चुनौतियों का सामना कर सकते हैं और अपने दिन को बेहतर बना सकते हैं।
 

21 जुलाई 2025 का राशिफल

दैनिक राशिफल: 21 जुलाई 2025 को सावन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है, जिसे कामिका एकादशी कहा जाता है। यह तिथि सुबह 9:38 बजे तक रहेगी। आज सावन का दूसरा सोमवार भी है। रोहिणी नक्षत्र शाम 9:07 बजे तक रहेगा, इसके बाद मृगशिरा नक्षत्र का आरंभ होगा। वृद्धि योग शाम 6:39 बजे तक रहेगा, उसके बाद ध्रुव योग का प्रभाव होगा। करण में बालव सुबह 9:38 बजे तक, फिर कौलव रात 8:21 बजे तक, और इसके बाद तैतिल करण रहेगा।


ग्रहों की स्थिति इस दिन कुछ विशेष प्रभाव डाल रही है। चंद्रमा और शुक्र वृषभ राशि में एक साथ रहेंगे, जो भावनाओं और सुख-सुविधाओं को प्रभावित करेंगे। गुरु अकेले मिथुन राशि में रहेंगे, जो बुद्धि और ज्ञान को बढ़ाएंगे। सूर्य और बुध कर्क राशि में होंगे, जो मन और आत्मविश्वास पर असर डालेंगे। मंगल और केतु सिंह राशि में रहेंगे, जो साहस और आध्यात्मिकता को प्रभावित करेंगे। राहु कुंभ राशि में और शनि मीन राशि में रहेंगे, जो कुछ राशियों के लिए चुनौतियाँ ला सकते हैं। आइए जानते हैं कि किन राशियों के लिए 21 जुलाई का दिन अनुकूल नहीं रहेगा और इसके लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?


मिथुन राशि

चंद्रमा आपके 12वें भाव को प्रभावित करेंगे, जिससे खर्च बढ़ सकता है और मन में बेचैनी हो सकती है। रोहिणी नक्षत्र की शुरुआत में चंद्रमा और शुक्र का मेल आपको भावनात्मक रूप से परेशान कर सकता है। मृगशिरा नक्षत्र में मंगल और केतु का प्रभाव निर्णय लेने में उलझन पैदा कर सकता है, जिससे काम में रुकावट या छोटी-मोटी गलतफहमियां हो सकती हैं।


उपाय: सुबह स्नान के बाद भगवान शिव को गंगाजल और बिल्व पत्र अर्पित करें।


कर्क राशि

सूर्य और बुध आपकी राशि में हैं, लेकिन मंगल और केतु चौथे भाव में होने से घर में सुख-शांति कम हो सकती है। रोहिणी नक्षत्र की भावनात्मक ऊर्जा और मृगशिरा की अस्थिरता आपको चिंता में डाल सकती है। परिवार में छोटे-मोटे झगड़े या तनाव की स्थिति बन सकती है।


उपाय: भगवान शिव को दूध और सफेद फूल अर्पित करें।


कन्या राशि

मंगल और केतु आपके 12वें भाव में हैं, जिससे खर्च बढ़ सकता है और मन में छुपा हुआ डर या चिंता रह सकती है। चंद्रमा और शुक्र ग्यारहवें भाव में होने से दोस्तों या आय के स्रोतों में तनाव हो सकता है। वृद्धि योग के बावजूद, जल्दबाजी में कोई फैसला लेने से बचें।


उपाय: भगवान शिव को चंदन अर्पित करें।


कुंभ राशि

राहु आपकी राशि के पहले और केतु सातवें भाव में हैं, जिससे रिश्तों या बिजनेस पार्टनरशिप में परेशानी हो सकती है। मृगशिरा नक्षत्र की अस्थिरता और मंगल का प्रभाव गलतफहमियां बढ़ा सकता है। काम के मामले में भी छोटी-मोटी रुकावटें आ सकती हैं।


उपाय: भगवान शिव को शहद और बिल्व पत्र अर्पित करें।


मीन राशि

शनि आपकी राशि में और केतु छठे भाव में है, जिससे स्वास्थ्य या शत्रुओं से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं। चंद्रमा और शुक्र तीसरे भाव में होने से भाई-बहनों या छोटी यात्राओं में दिक्कत आ सकती है। ध्रुव योग के बावजूद, मन में तनाव रह सकता है।


उपाय: भगवान शिव को पीले फूल और केसर अर्पित करें।


महत्वपूर्ण सूचना

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्रों पर आधारित है और केवल सूचना के लिए प्रस्तुत की गई है।