23 अगस्त 2025: राशियों के लिए सावधानी और उपाय
दैनिक राशिफल
दैनिक राशिफल: वैदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद अमावस्या की तिथि 22 अगस्त 2025 को सुबह 11:55 बजे प्रारंभ हुई और 23 अगस्त 2025 को सुबह 11:55 बजे तक रहेगी। इसके बाद भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि शुरू होगी। आज मघा नक्षत्र प्रभावी है, जो सूर्य और केतु के प्रभाव में है। परिघ योग दोपहर 1:20 बजे तक रहेगा, जो कुछ राशियों के लिए तनाव और बाधाएं ला सकता है। इसके बाद शिव योग शुरू होगा, जो शांति और सकारात्मकता प्रदान करता है। करण की बात करें तो नाग करण सुबह 11:35 बजे तक रहेगा, फिर किंस्तुघ्न करण रात 11:37 बजे तक, और इसके बाद बव करण प्रभावी हो जाएगा.
ग्रहों की स्थिति
ग्रहों की स्थिति में मिथुन राशि में गुरु, कर्क राशि में बुध और शुक्र की युति, कन्या राशि में मंगल, सिंह राशि में सूर्य, चंद्रमा और केतु की युति, कुंभ राशि में राहु, और मीन राशि में शनि विराजमान हैं। सिंह राशि में सूर्य, चंद्रमा, और केतु की युति, साथ ही शनिश्चरी अमावस्या का प्रभाव, कुछ राशियों के लिए मानसिक और भावनात्मक चुनौतियां ला सकता है। आइए जानते हैं कि वे राशियां कौन सी हैं, जिनके लिए दिन अच्छा नहीं रहेगा और इस दिन को अच्छा बनाने के लिए क्या उपाय करें?
मेष राशि
मंगल का कन्या राशि में होना और शनिश्चरी अमावस्या का प्रभाव मेष राशि के लोगों के लिए क्रोध, जल्दबाजी, और कार्यों में बाधा उत्पन्न कर सकता है। परिघ योग के कारण निर्णय लेने में भ्रम की स्थिति रह सकती है। व्यवसाय और व्यक्तिगत जीवन में सोच समझकर ही फैसला लें.
उपाय: हनुमान जी की पूजा करें और ‘ॐ हं हनुमते नमः’ मंत्र का 11 बार जाप करें।
कर्क राशि
कर्क राशि में बुध और शुक्र की युति भावनात्मक अस्थिरता ला सकती है। चंद्रमा का सिंह राशि में केतु के साथ युति मानसिक तनाव और पारिवारिक विवाद की स्थिति पैदा कर सकता है। परिघ योग के कारण कार्यस्थल पर गलतफहमियां हो सकती हैं.
उपाय: सफेद चंदन या दूध का दान करें।
सिंह राशि
सिंह राशि में सूर्य, चंद्रमा, और केतु की युति आज तनाव, मानसिक अशांति, और निर्णय लेने में भ्रम की स्थिति पैदा कर सकती है। मघा नक्षत्र और परिघ योग का प्रभाव कार्यों में बाधाएं और आत्मविश्वास में कमी ला सकता है। शनिश्चरी अमावस्या का प्रभाव स्वास्थ्य और पारिवारिक मामलों में सावधानी की मांग करता है.
उपाय: सूर्य देव को सुबह तांबे के लोटे से जल अर्पित करें और ‘ॐ घृणि सूर्याय नमः’ मंत्र का 11 बार जाप करें।
कन्या राशि
कन्या राशि में मंगल का होना और शनिश्चरी अमावस्या का प्रभाव स्वास्थ्य और कार्यक्षेत्र में चुनौतियां ला सकता है। परिघ योग के कारण महत्वपूर्ण कार्यों में देरी हो सकती है और तनाव बढ़ सकता है.
उपाय: हनुमान चालीसा का 7 बार पाठ करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि में राहु और मीन राशि में शनि की स्थिति भ्रम, अनावश्यक खर्च, और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं ला सकती है। शनिश्चरी अमावस्या का प्रभाव शनि के प्रभाव को और प्रबल करता है, जिससे मानसिक दबाव महसूस हो सकता है.
उपाय: शनि देव की शांति के लिए ‘ॐ शं शनैश्चराय नमः’ मंत्र का 21 बार जाप करें।
मीन राशि
मीन राशि में शनि का होना और शनिश्चरी अमावस्या का प्रभाव स्वास्थ्य, करियर, और पारिवारिक जीवन में चुनौतियां ला सकता है। परिघ योग के कारण निर्णय लेने में कठिनाई हो सकती है.
उपाय: जरूरतमंद को पीले वस्त्र, हल्दी, या चने की दाल का दान करें।